आगरा: आगरा में दहेज उत्पीड़न और जानलेवा हमले के मामले में भ्रष्टाचार में संलिप्त दारोगा को एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने गुरुवार देर रात निलंबित (SSP suspended Inspector) कर दिया है. साथ ही मामले में आगे की कार्रवाई जारी है.
जानकारी के मुताबिक, तीन अगस्त-2022 को एत्मादउद्दौला थाना में खुशबू ने मथुरा जिले के औरंगाबाद के नरसीपुरम निवासी पति संजय, ससुर रनवीर और सास शिवकुमारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. इस दहेज उत्पीड़न, जानलेवा हमला, अपराधिक साजिश और गर्भपात कराने के मुकदमे का विवेचक एसआई मनवीर सिंह को बनाया गया था. विवेचक ने इस मामले में जानलेवा हमला और गर्भपात कराने की धाराएं हटाकर सिर्फ दहेज उत्पीड़न की धारा में चार्जशीट लगा दी.
यूं खुला रिश्वत का खेल: विवेचक एसआई मनवीर सिंह ने 41 सीआरपीसी का नोटिस तामील कराने के लिए संजय को थाने बुलाया. जहां वीडियो बनाने पर थाना में पुलिसकर्मियों से उसका विवाद हो गया. पुलिसकर्मियों ने वीडियो डिलीट करा दिया. इस पर संजय ने एसआई मनवीर सिंह की एसएसपी ऑफिस में शिकायत की. इसमें 50 हजार रुपए की रिश्वत लेने और थाने में बुलाकर गाली गलौज करने के साथ ही जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया था.
सीओ छत्ता से कराई जांच फिर एफआईआर: एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने इस मामले की जांच सीओ छत्ता सुकन्या शर्मा से कराई. एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि सीओ की जांच में एसआई के 50 हजार रुपए रिश्वत लेने के आरोप की पुष्टि हो गई. इस पर गुरुवार को एत्मादउद्दौला थाना प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार ने एस आई मनवीर सिंह के विरुद्ध चौथ मांगने, गाली गलौज और धमकी देने की धाराओं में अभियोग लिखाया गया. साथ ही भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा भी मुकदमे में लगाई गई. वहीं, एसपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि, दारोगा मनवीर को निलंबित कर दिया गया है. इस मामले की निष्पक्ष विवेचना की जाएगी.
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