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अलीगढ़: स्वास्थ्य विभाग के टेंडरों में करोड़ों का घोटाला, सीडीओ को सौंपी जांच

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में स्वास्थ्य विभाग के टेंडरों में करोड़ों का घोटाला सामने आया है. जिसकी जांच के लिए जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी को निर्देशित किया है.

अलीगढ़ में स्वास्थ्य विभाग के टेंडरों में घोटाला .
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Published : Aug 31, 2019, 4:27 PM IST

अलीगढ़ : जिले में स्वास्थ्य विभाग में करीब नौ करोड़ रुपये के टेंडरों में गड़बड़ी का मामला सामने आया है. यहां दीनदयाल उपाध्याय चिकित्सालय और अतरौली सीएचसी के 100 शैय्या अस्पताल को करीब नौ करोड़ रुपए के सामान खरीदने का टेंडर दिया गया था.

जानकारी देते मुख्य विकास अधिकारी

स्वास्थ्य विभाग की टेंडर प्रक्रिया में बड़ा घोटाला-

वित्त वर्ष 2018 -19 में दीनदयाल अस्पताल के लिए 5.40 करोड़ और अतरौली के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सौ शैय्या अस्पताल के लिए 4.7 करोड़ रुपए का अलग-अलग बजट जारी किया गया था. लेकिन 21 फरवरी 2019 को दीनदयाल अस्पताल की सीएमएस डॉ. याचना शर्मा ने दोनों जगह का टेंडर एक साथ निकाल दिया. टेंडर प्रक्रिया में 3 सप्ताह का समय दिया जाना चाहिए था.

ज्यादा टेंडर न आये इसके लिए रखी गई शर्त-

इस प्रक्रिया में ज्यादा टेंडर न आये इसके लिए यह शर्त जोड़ी गई की नौ करोड़ की सामग्री की आपूर्ति 28 फरवरी 2019 तक करनी होगी. जबकि तकनीकी निविदा 27 फरवरी को दोपहर तथा वित्तीय निविदा शाम तक खोली गई. जानकारों के अनुसार, यह संभव नहीं कि कोई फर्म नौ करोड़ व सौ तरह का सामान 24 घंटे में आपूर्ति कर दें. जिनको टेंडर दिया वह भी 24 घंटे में सामान की आपूर्ति नहीं कर सकीं. इस मामले की शिकायत लखनऊ तक पहुंची है और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निर्देश पर जांच शुरू की गई है.

ये भी पढे़ं:- दो कमरे में पांच कक्षाएं, आखिर शिक्षक कैसे पढ़ाएं..

दो अस्पतालों में पिछले वित्तीय वर्ष के टेंडर होने थे और इसमें वित्तीय अनियमितता की बात सामने आई थी. जिलाधिकारी के निर्देश पर फाइलों का परीक्षण करना है. जो भी कमियां है. उसको उजागर करके रिपोर्ट बनानी है. और अनियमितता आने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.
-अनुनय झा,मुख्य विकास अधिकारी

अलीगढ़ : जिले में स्वास्थ्य विभाग में करीब नौ करोड़ रुपये के टेंडरों में गड़बड़ी का मामला सामने आया है. यहां दीनदयाल उपाध्याय चिकित्सालय और अतरौली सीएचसी के 100 शैय्या अस्पताल को करीब नौ करोड़ रुपए के सामान खरीदने का टेंडर दिया गया था.

जानकारी देते मुख्य विकास अधिकारी

स्वास्थ्य विभाग की टेंडर प्रक्रिया में बड़ा घोटाला-

वित्त वर्ष 2018 -19 में दीनदयाल अस्पताल के लिए 5.40 करोड़ और अतरौली के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सौ शैय्या अस्पताल के लिए 4.7 करोड़ रुपए का अलग-अलग बजट जारी किया गया था. लेकिन 21 फरवरी 2019 को दीनदयाल अस्पताल की सीएमएस डॉ. याचना शर्मा ने दोनों जगह का टेंडर एक साथ निकाल दिया. टेंडर प्रक्रिया में 3 सप्ताह का समय दिया जाना चाहिए था.

ज्यादा टेंडर न आये इसके लिए रखी गई शर्त-

इस प्रक्रिया में ज्यादा टेंडर न आये इसके लिए यह शर्त जोड़ी गई की नौ करोड़ की सामग्री की आपूर्ति 28 फरवरी 2019 तक करनी होगी. जबकि तकनीकी निविदा 27 फरवरी को दोपहर तथा वित्तीय निविदा शाम तक खोली गई. जानकारों के अनुसार, यह संभव नहीं कि कोई फर्म नौ करोड़ व सौ तरह का सामान 24 घंटे में आपूर्ति कर दें. जिनको टेंडर दिया वह भी 24 घंटे में सामान की आपूर्ति नहीं कर सकीं. इस मामले की शिकायत लखनऊ तक पहुंची है और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निर्देश पर जांच शुरू की गई है.

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दो अस्पतालों में पिछले वित्तीय वर्ष के टेंडर होने थे और इसमें वित्तीय अनियमितता की बात सामने आई थी. जिलाधिकारी के निर्देश पर फाइलों का परीक्षण करना है. जो भी कमियां है. उसको उजागर करके रिपोर्ट बनानी है. और अनियमितता आने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.
-अनुनय झा,मुख्य विकास अधिकारी

Intro:अलीगढ़ : अलीगढ़ में स्वास्थ्य विभाग में करीब नौ करोड़ रुपए के टेंडरों में गड़बड़ी का मामला सामने आया है. यहां दीनदयाल उपाध्याय चिकित्सालय व अतरौली सीएचसी के 100 शैय्या अस्पताल को करीब नौ करोड़ रुपए के सामान खरीद में टेंडर प्रक्रिया की शर्तें ऐसी रखी गई कि ज्यादा प्रतियोगी सामने न आ सके. टेंडर पैंथर सिक्योरिटी सर्विसेज और कुछ दूसरी फर्मों को दिये गए है. वहीं अब राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक के निर्देश के बाद जिलाधिकारी चंद्र भूषण सिंह ने टेंडर प्रक्रिया से जुड़ी फाइल तलब कर मुख्य विकास अधिकारी को जांच के आदेश दिये हैं.



 





Body:वित्त वर्ष 2018 - 19 में दीनदयाल अस्पताल के लिए 5.40 करोड़ व अतरौली के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सौ शैय्या अस्पताल के लिए 4.7 करोड़ रुपए का अलग-अलग बजट जारी किया गया था. लेकिन 21 फरवरी 2019 को दीनदयाल अस्पताल की सीएमएस डॉ याचना शर्मा ने दोनों जगह का टेंडर एक साथ निकाल दिया. टेंडर प्रक्रिया में 3 सप्ताह का समय दिया जाना चाहिए.  इसकी जगह सात  दिन की शर्त कर दी गई. जिससे ज्यादा टेंडर न आये. टेंडर में यह शर्त जोड़ी की नौ करोड़ की सामग्री की आपूर्ति 28 फरवरी 2019 तक करनी होगी. जबकि तकनीकी निविदा 27 फरवरी को दोपहर तथा वित्तीय निविदा शाम तक खोली गई. जानकारों के अनुसार यह संभव नहीं कि कोई फर्म नौ करोड़ व सौ तरह का सामान 24 घंटे में आपूर्ति कर दें. जिनको टेंडर दिया वह भी 24 घंटे में सामान की आपूर्ति नहीं कर सकीं. इस मामले की शिकायत लखनऊ तक पहुंची है और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निर्देश पर जांच शुरू की गई है.


Conclusion:दीनदयाल उपाध्याय जिला अस्पताल व अतरौली  के सीएचसी को उच्चीकृत करने के लिए यह टेंडर किये गए थे. नौ करोड़ रुपए के इस टेंडर में अनोखी शर्ते रखी गई. जिसमें सामान की आपूर्ति एक दिन में ही करनी थी. और एक निविदा आने पर भी उस पर विचार किये जाने की बात कही गई.  मुख्य विकास अधिकारी अनुनय झा ने बताया कि दो अस्पतालों में पिछले वित्तीय वर्ष के टेंडर होने थे और इसमें वित्तीय अनियमितता की बात सामने आई थी. जिलाधिकारी के निर्देश पर फाइलों का परीक्षण करना है. जो भी कमियां है. उसको उजागर करके रिपोर्ट बनानी है. और अनियमितता आने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बताया कि करीब नौ करोड़ रुपए का टेंडर था और फाइलों का परीक्षण करने के बाद ही कार्रवाई होगी. 

बाइट : अनुनय झा, मुख्य विकास अधिकारी, अलीगढ़

आलोक सिंह, अलीगढ़
9837830535 

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