अलीगढ़ : लव जिहाद के मामले को लेकर उत्तर प्रदेश की सरकार गंभीर है. लेकिन अलीगढ़ की पुलिस लव जिहाद के मामले से परेशान युवती को टहला रही है. युवती धोखेबाज पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए एक महीने से परेशान है. एसएसपी के आदेश के बावजूद शनिवार को सिविल लाइन थाने में पूरे दिन पीड़िता को बैठाए रखा और देर शाम 504, 506 की मामूली धाराओं में मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने पल्ला झाड़ लिया. हालांकि पीड़िता एसएसपी से भी मिली थी. एसएसपी ने भी कार्रवाई का आश्वासन देकर थाना सिविल लाइन भेजा था. लेकिन लव जिहाद की पीड़िता को अभी तक कोई न्याय नहीं मिला है. रितिका ने बताया कि 11 साल से रिलेशन में रखा और अब धोखा देकर अपने माता पिता के साथ फरार हो गया है. उसका कोई पता नहीं है. पुलिस भी साथ नहीं दे रही है. वो एक महीने से थाना पुलिस के चक्कर लगा रही है.
'एएमयू में नौकरी लगवाने का दिया था झांसा'
क्वार्सी क्षेत्र की रहने वाली रितिका अग्रवाल ने बताया कि मेडिकल रोड पर रहने वाले अजीम हुसैन खान ने साजिश के तहत फंसा लिया. अजीम ने एएमयू में मुझे एक्टिंग सिखाने के बहाने अपना नाम गप्पी गुप्ता बताया था. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में नौकरी लगवाने का झांसा दिया था. सन 2016 में उसका मजहब बदलवा कर उसका नाम जैनब अजीम रखवा दिया. निकाह के बाद मारपीट गाली-गलौज कर जीना हराम कर दिया. पांचों वक्त की नमाज पढ़ने का तुगलकी फरमान सुनाकर मारपीट करते थे. वहीं हिंदू पूजा करने पर पाबंदी लगा दी थी. रितिका ने बताया कि लव जिहाद जैसे संगीन जुर्म में फंसाकर उसकी जिंदगी बर्बाद कर दी है.
'एक महीने से पुलिस का काट रही चक्कर'
पीड़िता ने बताया कि 29 अक्टूबर से अजीम हुसैन खान अपने परिवार के साथ घर से फरार है. पुलिस भी साथ नहीं दे रही है. एक महीने से पुलिस अधिकारियों का चक्कर लगा रही है. लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है. रितिका ने बताया कि डोमेस्टिक वायलेंस, दुष्कर्म, धर्मांतरण, लव जिहाद, धोखेबाजी आदि मामलों को लेकर कानूनी कार्रवाई करने की मांग पुलिस से की थी, लेकिन पुलिस मामूली धाराओं में ही मामला दर्ज कर आरोपियों को ही बचाने में लगी हुई है. रितिका ने कहा कि वो अपने हक की लड़ाई लडेंगी और मुख्यमंत्री योगी तक अपनी पीड़ा बताएंगी.