ETV Bharat / state

UP BOARD RESULT: परीक्षा में कम अंक आने से भविष्य तय नहीं होता - जिला निरीक्षक

यूपी बोर्ड परीक्षा में अलीगढ़ जिले का हाई स्कूल और इंटरमीडिएट का रिजल्ट अन्य जनपदों से कम रहा. इंटरमीडिएट का रिजल्ट 53.85 प्रतिशत रहा जो कि प्रदेश में 72 वें स्थान पर रहा. वहीं हाई स्कूल का रिजल्ट 56.85 रहा जो कि प्रदेश में 56 वें नंबर पर रह गया.

author img

By

Published : Apr 27, 2019, 11:18 PM IST

परीक्षा में कम अंक आने से भविष्य तय नहीं होता

अलीगढ़ : यूपी बोर्ड के रिजल्ट घोषित होते ही छात्र-छात्राओं में खुशी का माहौल है. परीक्षा में अच्छे अंक मिलने पर एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई दे रहे हैं. इस बार यूपी बोर्ड परीक्षा में जिले का इंटरमीडिएट का रिजल्ट 53.85 प्रतिशत रहा और हाईस्कूल का रिजल्ट 56.85 प्रतिशत रहा. हालांकि अलीगढ़ नकल के लिए बदनाम था. लेकिन इस बार प्रशासन की सख्ती के चलते 60 हजार छात्र परीक्षा नहीं दे पाए. वहीं 25 हजार छात्र बाहरी थे जो कि सख्ती के चलते परीक्षा छोड़ दी. डीआईओएस धर्मेंद्र शर्मा ने इस मौके पर अलीगढ़ के पास होने वाले छात्र-छात्राओं को शुभकामनाएं दी है.

परीक्षा में कम अंक आने से भविष्य तय नहीं होता


अभिभावकों को दिया सुझाव
अगर छात्र फेल होते हैं. तो अभिभावक को उससे सहानुभूति की जरूरत है. और उन्हें प्रेरणा देने की जरूरत है. प्रयास व परिश्रम करने पर सफलता जरूर मिलती है.
परीक्षा में सफल न होने पर अभिभावक बच्चों पर दबाव न डाले.

बीएड की प्रवेश परीक्षा में सफल नहीं हो पाया था. लेकिन उदास नहीं हुआ और ना ही माता पिता ने दबाव डाला. फिर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी की और आज अलीगढ़ में जिला विद्यालय निरीक्षक है. परीक्षा में छात्र के कम अंक आने से भविष्य तय नहीं होता है. अगर भविष्य की पढ़ाई और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी मन से की जाए. तो सफलता जरूर मिलती है.
धर्मेंद्र शर्मा जिला विद्यालय निरीक्षक

अलीगढ़ : यूपी बोर्ड के रिजल्ट घोषित होते ही छात्र-छात्राओं में खुशी का माहौल है. परीक्षा में अच्छे अंक मिलने पर एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई दे रहे हैं. इस बार यूपी बोर्ड परीक्षा में जिले का इंटरमीडिएट का रिजल्ट 53.85 प्रतिशत रहा और हाईस्कूल का रिजल्ट 56.85 प्रतिशत रहा. हालांकि अलीगढ़ नकल के लिए बदनाम था. लेकिन इस बार प्रशासन की सख्ती के चलते 60 हजार छात्र परीक्षा नहीं दे पाए. वहीं 25 हजार छात्र बाहरी थे जो कि सख्ती के चलते परीक्षा छोड़ दी. डीआईओएस धर्मेंद्र शर्मा ने इस मौके पर अलीगढ़ के पास होने वाले छात्र-छात्राओं को शुभकामनाएं दी है.

परीक्षा में कम अंक आने से भविष्य तय नहीं होता


अभिभावकों को दिया सुझाव
अगर छात्र फेल होते हैं. तो अभिभावक को उससे सहानुभूति की जरूरत है. और उन्हें प्रेरणा देने की जरूरत है. प्रयास व परिश्रम करने पर सफलता जरूर मिलती है.
परीक्षा में सफल न होने पर अभिभावक बच्चों पर दबाव न डाले.

बीएड की प्रवेश परीक्षा में सफल नहीं हो पाया था. लेकिन उदास नहीं हुआ और ना ही माता पिता ने दबाव डाला. फिर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी की और आज अलीगढ़ में जिला विद्यालय निरीक्षक है. परीक्षा में छात्र के कम अंक आने से भविष्य तय नहीं होता है. अगर भविष्य की पढ़ाई और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी मन से की जाए. तो सफलता जरूर मिलती है.
धर्मेंद्र शर्मा जिला विद्यालय निरीक्षक

Intro:अलीगढ़ : अलीगढ़ में बोर्ड परीक्षा में इंटर का रिजल्ट 53.85 प्रतिशत रहा जो कि प्रदेश में 72 वे नंबर पर रहा. वहीं हाई स्कूल का 56.85 रहा जो कि प्रदेश में 56 में नंबर पर रह. हालांकि अलीगढ नकल के लिए बदनाम था. लेकिन इस बार प्रशासन की सख्ती के चलते 60 हज़ार छात्र परीक्षा नहीं दे पाए . वहीं 25 हज़ार छात्र बाहरी थे. जो कि सख्ती के चलते परीक्षा नहीं दी. इस मौके पर अलीगढ़ के डीआईओएस धर्मेंद्र शर्मा ने पास होने वाले छात्रों को शुभकामनाएं दी है . और जो सफल नहीं हुए उनके लिए कहां की मंजिलें और भी है. फेल या पास होना मायने नहीं रखता. प्रयास और ज्यादा करना होगा. तो निश्चित रूप से सफल होंगे . उन्होंने कहा निराश होने की आवश्यकता नहीं है. बल्कि दुगने उत्साह से छात्रों को लगना होगा.


Body:उन्होंने अभिभावकों से अनुरोध किया है कि जो छात्र अच्छे अंक नहीं ला पाए हैं . उन्हें डांटे नहीं, बल्कि प्रोत्साहित करने की जरूरत है . जिला विद्यालय निरीक्षक धर्मेंद्र शर्मा ने कहा मंजिलें केवल नंबरों में नहीं है. मंजिले प्रयासों में है. कोशिश करेंगे तो छात्र कुछ भी कर सकते हैं. उन्होंने स्वयं का भी उदाहरण दिया कि B.Ed के एंट्रेंस एग्जाम में वे सफल नहीं हो पाए. लेकिन उदास नहीं हुए और ना ही माता पिता ने दबाव डाला. उन्होंने अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी की और आज अलीगढ़ में जिला विद्यालय निरीक्षक है . उन्होंने बताया कि प्राइमरी से बेसिक की पढ़ाई व राजकीय विद्यालय से इंटर किया. बाद में अथक प्रयास के बाद पब्लिक कमिशन यूपीपीएससी में चयन हुआ . उन्होंने कहा कि परीक्षा में छात्र के कम अंक आने से भविष्य तय नहीं होता है. उन्होंने कहा कि अगर भविष्य की पढ़ाई व प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी मन से की जाए. तो सफलता जरूर मिलती है.


Conclusion:उन्होंने अभिभावकों को सुझाव दिया है कि अगर छात्र फेल होते हैं. तो अभिभावक को उससे सहानुभूति की जरूरत है. और उन्हें प्रेरणा देने की जरूरत है. प्रयास व परिश्रम करने पर सफलता जरूर मिलती है।

बाईट : धर्मेंद्र शर्मा, जिला विद्यालय निरीक्षक , अलीगढ़


आलोक सिंह, अलीगढ़
9837830535
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.