अलीगढ़: जिले के सीएमओ डॉ. वीपी सिंह कल्याणी ने कहा है कि जहरीली शराब से जिले में इतनी मौत हो गईं कि कोरोना से भी नहीं हुई थीं. सीएमओ डॉ. वीपी सिंह कल्याणी स्वीकार करते हैं कि पोस्टमार्टम के लिए 71 शव चार दिन में आ गए. इतने कभी कोरोना के कारण भी नहीं आए थे. सीएमओ ने बताया कि कोरोना से राहत जरूर मिली है लेकिन जहरीली शराब कांड में मृतकों का आंकड़ा पीछा नहीं छोड़ रहा है.
71 शव पोस्टमार्टम के लिए आने की पुष्टि की
अलीगढ़ सीएमओ डॉक्टर वीपी सिंह कल्याणी ने शराब से हुई मौतों को लेकर स्पष्ट किया है कि अब तक 71 शव पोस्टमार्टम के लिए पहुंचे हैं. जिनमें 35 लोगों की मौत जहरीली शराब के सेवन से हुई है. बाकी मौत संदिग्ध है और उनका बिसरा आगरा की फॉरेंसिक लैब में भेजा गया है. वहां से जो रिपोर्ट आएगी. उसके बाद मौत के कारण की पुष्टि की जाएगी.
36 मौतों को बताया संदिग्ध
वे बताते हैं कि 36 बिसरा रिपोर्ट आगरा की फोरेंसिक लैब भेजी गई हैं. सीएमओ डॉक्टर बीपी सिंह ने बताया कि 12 गंभीर लोगों का इलाज मेडिकल कॉलेज में चल रहा है. उन्होंने बताया कि 35 की मौत में शराब के सिम्टम्स देखे गए हैं. वहीं, 36 लोगों की मौत अभी संदिग्ध है और आगरा से रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारण की पुष्टि की जाएगी. हालांकि रिपोर्ट कब तक आएगी. सीएमओ ने स्पष्ट नहीं किया. उन्होंने बताया कि आगरा रीजनल लैब है और बहुत से सैंपल वहां आते हैं. भीड़ रहती है लेकिन फिर भी विसरा रिपोर्ट वहां से जल्दी मंगाई गई है.
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कुछ दिन पहले शुरू हुआ मौत का सिलसिला
बता दें कि कुछ दिन पहले अलीगढ़ में जहरीली शराब पीने से मौतों का सिलसिला शुरू हुआ. इस प्रकरण को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ी नाराजगी जाहिर की थी. अपर मुख्य सचिव आबकारी संजय आर भूसरेड्डी ने दो बड़े अधिकारियों पर गाज गिराई है. आगरा जोन के संयुक्त आबकारी आयुक्त रवि शंकर पाठक एवं अलीगढ़ मंडल के उप आबकारी आयुक्त ओपी सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया था. साथ ही उनके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश भी दिए गए हैं.
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