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एएमयू प्रोफेसर के पाकिस्तान जाने के मामले में लिपिक निलंबित, बीजेपी नेता भी जमकर बरसे

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (Aligarh Muslim University) के एक प्रोफेसर के बिना अनुमति पाकिस्तान जाने के मामले में लिपिक को निलंबित कर दिया गया है. बताया जाता है कि प्रोफेसर ने जाने की अनुमति मांगी थी, लेकिन उनका आवेदन उच्च अधिकारियों तक नहीं पहुंचा.

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय
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Published : May 3, 2022, 9:14 AM IST

Updated : May 3, 2022, 9:29 AM IST

अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (Aligarh Muslim University) में अरबी विभाग के एक प्रोफेसर का एएमयू प्रशासन की बिना अनुमति के पाकिस्तान जाने का मामला सामने आया है. बताया जाता है कि प्रोफेसर अबू सुफियान इस्लाही ने जाने की अनुमति मांगी थी, लेकिन उनके आवेदन को उच्च अधिकारियों तक उपलब्ध न कराने पर लिपिक को निलंबित कर दिया गया है.

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से जुड़े लोगों का कहना है जब किसी को विदेश जाना होता है तो उन्हें छुट्टी और जाने की अनुमति एएमयू प्रशासन से लेनी पड़ती है. बिना अनुमति कहीं भी जाना अनुशासनहीनता मानी जाती है. लेकिन प्रोफेसर अबू सुफियान इस्लाही बिना अनुमति पाकिस्तान चले गए. इस बारे में विभाग के लोगों का कहना है कि प्रोफेसर इस्लाही ने छुट्टी और अनुमति के लिए आवेदन पत्र दिया था, लेकिन वो बिना स्वीकृति के पाकिस्तान चले गए. प्रोफेसर ने आवेदन कर एएमयू प्रशासन से स्वीकृति मांगी थी, लेकिन उनके आवेदन को एएमयू के लिपिक हशमत ने उच्च अधिकारियों को उपलब्ध नहीं कराया. इस आरोप में लिपिक हशमत को निलंबित कर दिया गया.

जानकारी देते एएमयू प्रॉक्टर वसीम अली

इस मामले में एएमयू प्रॉक्टर वसीम अली ने कहा कि एक एएमयू क्लेरिकल स्टॉफ है, जिनका नाम हसमत है उनको सस्पेंड किया गया है. उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है. प्रोफेसर अबू सुफियान के खिलाफ कोई कार्रवाई हुई है या नोटिस दिया गया है ये उनकी जानकारी में नहीं है. एएमयू प्रॉक्टर वसीम अली ने बताया कि क्लर्क को जो प्रोसेस फॉलो करना चाहिए था, वो उन्होंने फॉलो नहीं किया. इसी वजह से उनके खिलाफ कार्रवाई हुई है.

यह भी पढ़ें: डॉ. भीमराव आंबेडकर यूनिवर्सिटी के 408 कॉलेज दूसरी यूनिवर्सिटी को होगें ट्रांसफर

जानकारी के अनुसार, प्रोफेसर सुफियान पाकिस्तान गए थे. उन्होंने अनुमति लेने के लिए अप्लाई किया था, लेकिन अनुमति आने से पहले शायद वह चले गए. ऑफिसियली उनसे कम्युनिकेशन नहीं हो पाया, उससे पहले वह चले गए. उन्होंने अनुमति के लिए अप्लाई किया था, लेकिन वो चीज पूरी प्रोसेस में नहीं आ पाई. उन्होंने कहा कि रजिस्टार ऑफिस इश मामले को देखेगा. उसके हिसाब से जो कार्रवाई बनती है वह होगी.

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अबू सुफियान इस्लाही के बिना अनुमति पाकिस्तान जाने के मामले पर बीजेपी के फायरब्रांड नेता और पूर्व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री ठाकुर रघुराज सिंह ने भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि प्रोफेसर अबू सुफियान आतंकवादियों से मिला हुआ है, इसकी जांच होनी चाहिए. अबू सुफियान स्वयं जिहादी टाइप का प्रोफेसर है. उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी और एसएसपी से आग्रह है कि तत्काल इसकी जांच करें. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति इसके चांसलर हैं इसलिए उनसे भी आग्रह है कि तत्काल इसकी जांच कराएं और इसको अविलंब निलंबित करके जेल भेजें.

बीजेपी के फायरब्रांड नेता ठाकुर रघुराज सिंह ने प्रोफेसर अबू सुफियान के बेटे हमजा सुफियान पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बाप-बेटे दोनों मिले हुए हैं और ये दोनों मिलकर आतंकवादियों से षड्यंत्र अलीगढ़ के लिए बना रहे हैं. हमजा सुफियान ओवैसी की पार्टी से है, इसलिए वह हमेशा हिंदू विरोधी मानसिकता का परिचायक है.

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अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (Aligarh Muslim University) में अरबी विभाग के एक प्रोफेसर का एएमयू प्रशासन की बिना अनुमति के पाकिस्तान जाने का मामला सामने आया है. बताया जाता है कि प्रोफेसर अबू सुफियान इस्लाही ने जाने की अनुमति मांगी थी, लेकिन उनके आवेदन को उच्च अधिकारियों तक उपलब्ध न कराने पर लिपिक को निलंबित कर दिया गया है.

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से जुड़े लोगों का कहना है जब किसी को विदेश जाना होता है तो उन्हें छुट्टी और जाने की अनुमति एएमयू प्रशासन से लेनी पड़ती है. बिना अनुमति कहीं भी जाना अनुशासनहीनता मानी जाती है. लेकिन प्रोफेसर अबू सुफियान इस्लाही बिना अनुमति पाकिस्तान चले गए. इस बारे में विभाग के लोगों का कहना है कि प्रोफेसर इस्लाही ने छुट्टी और अनुमति के लिए आवेदन पत्र दिया था, लेकिन वो बिना स्वीकृति के पाकिस्तान चले गए. प्रोफेसर ने आवेदन कर एएमयू प्रशासन से स्वीकृति मांगी थी, लेकिन उनके आवेदन को एएमयू के लिपिक हशमत ने उच्च अधिकारियों को उपलब्ध नहीं कराया. इस आरोप में लिपिक हशमत को निलंबित कर दिया गया.

जानकारी देते एएमयू प्रॉक्टर वसीम अली

इस मामले में एएमयू प्रॉक्टर वसीम अली ने कहा कि एक एएमयू क्लेरिकल स्टॉफ है, जिनका नाम हसमत है उनको सस्पेंड किया गया है. उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है. प्रोफेसर अबू सुफियान के खिलाफ कोई कार्रवाई हुई है या नोटिस दिया गया है ये उनकी जानकारी में नहीं है. एएमयू प्रॉक्टर वसीम अली ने बताया कि क्लर्क को जो प्रोसेस फॉलो करना चाहिए था, वो उन्होंने फॉलो नहीं किया. इसी वजह से उनके खिलाफ कार्रवाई हुई है.

यह भी पढ़ें: डॉ. भीमराव आंबेडकर यूनिवर्सिटी के 408 कॉलेज दूसरी यूनिवर्सिटी को होगें ट्रांसफर

जानकारी के अनुसार, प्रोफेसर सुफियान पाकिस्तान गए थे. उन्होंने अनुमति लेने के लिए अप्लाई किया था, लेकिन अनुमति आने से पहले शायद वह चले गए. ऑफिसियली उनसे कम्युनिकेशन नहीं हो पाया, उससे पहले वह चले गए. उन्होंने अनुमति के लिए अप्लाई किया था, लेकिन वो चीज पूरी प्रोसेस में नहीं आ पाई. उन्होंने कहा कि रजिस्टार ऑफिस इश मामले को देखेगा. उसके हिसाब से जो कार्रवाई बनती है वह होगी.

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अबू सुफियान इस्लाही के बिना अनुमति पाकिस्तान जाने के मामले पर बीजेपी के फायरब्रांड नेता और पूर्व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री ठाकुर रघुराज सिंह ने भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि प्रोफेसर अबू सुफियान आतंकवादियों से मिला हुआ है, इसकी जांच होनी चाहिए. अबू सुफियान स्वयं जिहादी टाइप का प्रोफेसर है. उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी और एसएसपी से आग्रह है कि तत्काल इसकी जांच करें. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति इसके चांसलर हैं इसलिए उनसे भी आग्रह है कि तत्काल इसकी जांच कराएं और इसको अविलंब निलंबित करके जेल भेजें.

बीजेपी के फायरब्रांड नेता ठाकुर रघुराज सिंह ने प्रोफेसर अबू सुफियान के बेटे हमजा सुफियान पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बाप-बेटे दोनों मिले हुए हैं और ये दोनों मिलकर आतंकवादियों से षड्यंत्र अलीगढ़ के लिए बना रहे हैं. हमजा सुफियान ओवैसी की पार्टी से है, इसलिए वह हमेशा हिंदू विरोधी मानसिकता का परिचायक है.

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Last Updated : May 3, 2022, 9:29 AM IST
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