अलीगढ़ : एएमयू में पीएचडी में दाखिले को लेकर पिछले 60 दिनों से धरना दे रहे छात्रों का धरना स्थल बदलने का दूसरी बार प्रयास किया गया. दरअसल धरना दे रहे छात्र प्रशासनिक भवन के गेट पर बैठे हैं. धरना देने की दूसरी जगह बाबा सैयद गेट है, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन धरना प्रदर्शन को रोकने के लिए पहले पॉलिटेक्निक के पास धरना स्थल को चिन्हित किया था. जहां धरना दे रहे छात्र नहीं गए. वहीं दूसरी बार एएमयू प्रशासन ने डक प्वाइंट को धरना स्थल के रूप में चिन्हित किया, लेकिन छात्र वहां पर भी धरना देने के लिए बैठने से इनकार कर दिया.
क्या है पूरा मामला...
- पीएचडी में दाखिले को लेकर छात्रों द्वारा पिछले 60 दिनों से धरना दिया जा रहा है.
- एएमयू प्रशासन प्रशासनिक भवन, बाबा सैयद गेट, वीसी लॉज व अन्य स्थानों पर धरना प्रदर्शन पर रोक की तैयारी में है .
- प्रशासन द्वारा पहले यूनिवर्सिटी पॉलिटेक्निक के पास एक स्थल को धरना स्थल के रूप में चयनित किया गया था.
- छात्रों के विरोध के बाद उस आदेश को रद्द कर दिया गया.
- धरना स्थल को दूसरी जगह शिफ्ट कराने के लिए एएमयू प्रशासन एड़ी चोटी का जोर लगाए हुए है.
- विश्वविद्यालय के इतिहास में यह दूसरा सबसे लंबा धरना पीएचडी अभ्यर्थी दे रहे हैं.
- छात्रों ने प्रशासन पर पीएचडी में धांधली का आरोप लगाया है.
- छात्रों की मांग है कि पीएचडी दाखिले में जो सीटें बची हैं, उसे ओपन करें और उसमें छात्रों को शोध के लिए दाखिला दे.
छात्रों की आत्मदाह की चेतावनी...
- धरना दे रहे छात्रों ने 72 घंटे का अल्टीमेटम दिया है, कि अगर मांगे नहीं मानी गई, तो छात्र आत्मदाह करेंगे.
- छात्र आकिब खुर्शीद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मानव संसाधन मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक, अलीगढ़ रेंज के डीआईजी, डीजीपी लखनऊ ,अलीगढ़ पुलिस को ट्वीट करके इच्छा मृत्यु की मांग की है.