अलीगढ़: बिहार शरीफ में हुई घटना को लेकर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्रों ने प्रोटेस्ट मार्च निकालकर नीतीश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान छात्रों ने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन प्रॉक्टर को सौंपा. छात्रों ने राष्ट्रपति से बिहार शरीफ में हुए दंगे को लेकर सख्त कार्रवाई की मांग की है. छात्रों ने राष्ट्रपति से मांग की है कि बिहार में मुस्लिम कम्युनिटी के अधिकार को सुरक्षित किया जाए.
छात्रों ने जुमे की नमाज के बाद जामा मस्जिद से लेकर सैयद गेट तक प्रोटेस्ट मार्च निकाला. इस दौरान छात्रों ने नीतीश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. छात्रों ने कहा कि बिहार में मस्जिद, मदरसे में कुरान जलाई गई और मुसलमानों के ऊपर अटैक किया गया. घटना में निर्दोष मुसलमानों को गिरफ्तार किया गया. छात्रों ने निर्दोष लोगों को बिहार सरकार से छोड़ने की मांग की है. इसके साथ ही घटना में जिनके परिवार को नुकसान उठाना पड़ा है, उनको मुआवजा दिए जाने की मांग की है. वहीं, जिन मस्जिद और दरगाह को नुकसान पहुंचाया गया है, वहां बिहार सरकार उसका पुनर्निर्माण करे.
एएमयू छात्र इमरान ने बताया कि अभी तक जो भी वीडियो सामने आई है. उसमें बजरंग दल का इंवॉल्वमेंट सामने आया है. बिहार सरकार ने उन पर कोई एक्शन नहीं ले रही है. दूसरी तरफ मुस्लिम कम्युनिटी के लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया. इमरान ने कहा कि राष्ट्रपति को ज्ञापन देकर मांग की गई है कि जिन निर्दोष मुसलमानों को बिहार सरकार ने गिरफ्तार किया है, उनको रिलीज किया जाए.
इमरान ने बताया कि गवर्नमेंट का एजेंडा मुसलमानों को टारगेट करना है. जिससे दूसरी कम्युनिटी को बल मिलता है और सरकार एक्शन नहीं करती. नीतीश सरकार मुसलमानों को सुरक्षा देने में नाकाम है. मुसलमानों पर अटैक हो रहा है. चुनाव नजदीक है और इस तरह की घटनाओं से राजनीतिक पार्टियां फायदा लेती हैं. छात्र मोहम्मद जमशेद ने बताया कि बिहार सरकार ने लोकतंत्र की धज्जियां उड़ा दीं. हिंदू मुस्लिम को बुनियाद बनाकर नेता दंगे कराते हैं लेकिन हमारे चमन में हिंदू भाई रोजा इफ्तार में भाग लेकर सौहार्द बनाते है.
छात्र नेता आरिफ त्यागी ने बताया कि जहां जुल्म होता है एएमयू के छात्र वहां बोलते है. बिहार में जो घटना हुई है उसमें हम किसे दोषी ठहराए . इसमें बीजेपी, आरएसएस, बजरंग दल और नीतीश सरकार शामिल है, घटना में सबकी मिलीभगत है क्योंकि मुसलमानों को टारगेट किया जा रहा है. 2014 के बाद से मुसलमानों को कत्ल कर शबाब पाने का कल्चर चल रहा है. इसमें सजा किसी को नहीं मिलेगी, क्योंकि कानून, कचहरी, कोर्ट सब उन्हीं का है. गुनाह की कोई सजा नहीं मिलती.
आरिफ ने बताया कि 2024 का चुनाव आने वाला है. इसलिए यह ड्रामा चल रहा है. एएमयू प्रॉक्टर वसीम अली ने कहा कि नमाज के बाद स्टूडेंट ने प्रोटेस्ट मार्च निकाला है. राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन सौंपा. जिसमें छात्रों ने जिन लोगों को नुकसान हुआ है उनको मुआवजा दिए जाने की मांग की है.