अलीगढ़: अलीगढ़ शराब कांड (Aligarh Liquor Case) के आरोपियों के समर्थन में चल रहे बुजुर्गों के धरने का समाजवादी पार्टी ने समर्थन (SP came out in support) किया है. वहीं, धरना स्थल पर समाजवादी पार्टी के नेताओं के पहुंचने पर जमकर हंगामा हो गया. धरने पर खड़ी पुलिस प्रशासन की गाड़ियों को धक्का देकर सपाइयों ने हटा दिया. इस दौरान पुलिस के साथ सपाइयों की जमकर नोकझोंक हुई. पिछले 24 घंटे से सीबीआई जांच और नार्को टेस्ट की मांग को लेकर शराब कांड के आरोपियों के समर्थन में बुजुर्ग परिजन धरने पर बैठे हैं.
दरअसल, घटना थाना सिविल लाइन (Civil Line Police Station of Aligarh) इलाके के अंबेडकर पार्क इलाके की है. वहीं, समाजवादी पार्टी के महानगर अध्यक्ष हामिद घोसी ने कहा कि धरने पर बैठे लोगों की आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि पुलिस के लोग लाल टोपी पर तंज कस रहे हैं. प्रधानमंत्री ने भी सपा की लाल टोपी पर तंज कसा था. लेकिन 2022 के विधानसभा चुनाव में लाल टोपी क्रांति लाएगी.
सपा नेता रत्नाकर पांडे ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ब्राह्मण समाज को अपना परिवार मानती है और ब्राह्मण समुदाय की बहू की हत्या हो जाती है, लेकिन न्याय नहीं मिलता है. खैर, सच तो यह है कि भाजपा के राज में ब्राह्मण समाज का उत्पीड़न हो रहा है. ऐसे में आगामी 2022 के विधानसभा चुनाव में ब्राह्मण समाज भाजपा को धोखे का जवाब देने के लिए तैयार है. उन्होंने कहा कि शराब कांड में जिले में 100 से अधिक मौतें हुई हैं. इस मामले में जो लोग शामिल थे, उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए. लेकिन गलत तरीके से लोगों को बचाया गया है.
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बता दें कि गुरुवार देर रात सपाई कार्यकर्ता और पदाधिकारी घंटाघर पार्क के पास आयोजित कार्यक्रम में शहीद जनरल विपिन रावत को श्रंद्धाजलि अर्पित करने के लिए गए थे. इस दौरान सपा के लोग धरना दे रहे बुजुर्गों के पास आए. लेकिन सपा कार्यकर्ताओं को देख पुलिस धरना स्थल के सामने गाड़ी लगा सपा कार्यकर्ताओं को वहां रोकने की कोशिश करने लगी. आरोप है कि पुलिस ने अपनी गाड़ी धरना दे रहे लोगों के सामने लगा दिया. इस पर सपाइयों ने गाड़ी हटाने के लिए कहा. जिस पर पुलिस अधिकारियों से सपाई भिड़ गए. सपाइयों ने हाथों से धक्का देकर गाड़ी को पीछे धकेल दिया.
सपा के महानगर अध्यक्ष हमीद घोसी ने कहा कि शराब कांड के आरोपियों के परिजनों का कहना है कि हमारी सीबीआई जांच कराई जाए. सरकार इस बात को मान लें. लेकिन पुलिस ने भी हठधर्मिता का परिचय दिया. सपा नेता ने आगे कहा कि इनकी आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है और पुलिस के लोग लाल टोपी पर तंज कर रहे हैं. प्रधानमंत्री ने भी ऐसा ही किया था. लेकिन 2022 के विधानसभा चुनाव में लाल टोपी क्रांति लाएगी.
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