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अलीगढ़: किसान जागरूकता मेले में पराली नहीं जलाने की दी गई चेतावनी - alert given not to burn stubble in farmer awareness fair

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में किसान जागरूकता मेला का आयोजन किया गया. इस मेले में किसानों को वैज्ञानिक विधि एवं नवीन तकनीकी से खेती करने के सुझाव दिए गए. साथ ही पराली न जलाने की दी चेतावनी गई.

किसान जागरुकता मेला का आयोजन.
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Published : Nov 23, 2019, 9:57 AM IST

अलीगढ़: जिले में कृष्णांजलि सभागार में किसान जागरूकता मेला का आयोजन किया गया. इस आयोजन में किसानों को परम्परागत खेती छोड़कर औद्यानिक खेती की ओर कदम बढ़ाएं. प्रधानमंत्री का संकल्प है कि 2022 तक किसानों की आय में दोगुनी वृद्धि की जाए, जिसके परिप्रेक्ष्य में सरकार द्वारा किसानों के हितलाभ के लिए विभिन्न प्रकार की जनकल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही है. समय-समय पर मण्डल और जनपद के साथ विकास खण्ड और न्याय पंचायत स्तर पर भी किसान जागरूकता गोष्ठियों, मेलों का आयोजन किया जा रहा है.

किसान जागरुकता मेले में पराली नहीं जलाने की दी गई चेतावनी.

इन मेलों और गोष्ठियों में किसान की उत्पादकता में वृद्धि हो और लागत में कमी आए. इसके लिये कृषि वैज्ञानिकों एवं विषय विशेषज्ञों द्वारा खेती के विभिन्न पहलुओं पर मार्गदर्शन करने के साथ वैज्ञानिक विधि एवं नवीन तकनीकी से खेती करने के सुझाव दिए जा रहे हैं.

किसानों के लिए लगाए गए जानकारी स्टाल
इस जागरूकता कार्यक्रम में बताया गया कि किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लेने के लिए 30 नवम्बर तक आवेदन पत्र भरें. कार्यक्रम में नुक्कड़ नाटक के माध्यम से किसानों को जैविक खेती की तरफ आकर्षित करने तथा रासायनिक उर्वरा का कम से कम प्रयोग करने के बारे में जानकारी प्रदान की गई. वहीं किसानों के लिए जानकारी स्टाल भी लगाये गए.

यदि भोजन, पानी और हवा स्वच्छ नहीं रहेगी, तो हमारा जीवन संकट में आ जाएगा. इसलिये हम सभी को जागरूक नागरिक होने का परिचय देते हुए ऐसा कोई कार्य न करें, जिससे पर्यावरण दूषित हो. किसान पराली न जलाएं, शासन-प्रशासन इस कृत्य पर गंभीर है. दोषी किसानों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जा रही है.
-चंद्र भूषण सिंह , जिलाधिकारी

अलीगढ़: जिले में कृष्णांजलि सभागार में किसान जागरूकता मेला का आयोजन किया गया. इस आयोजन में किसानों को परम्परागत खेती छोड़कर औद्यानिक खेती की ओर कदम बढ़ाएं. प्रधानमंत्री का संकल्प है कि 2022 तक किसानों की आय में दोगुनी वृद्धि की जाए, जिसके परिप्रेक्ष्य में सरकार द्वारा किसानों के हितलाभ के लिए विभिन्न प्रकार की जनकल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही है. समय-समय पर मण्डल और जनपद के साथ विकास खण्ड और न्याय पंचायत स्तर पर भी किसान जागरूकता गोष्ठियों, मेलों का आयोजन किया जा रहा है.

किसान जागरुकता मेले में पराली नहीं जलाने की दी गई चेतावनी.

इन मेलों और गोष्ठियों में किसान की उत्पादकता में वृद्धि हो और लागत में कमी आए. इसके लिये कृषि वैज्ञानिकों एवं विषय विशेषज्ञों द्वारा खेती के विभिन्न पहलुओं पर मार्गदर्शन करने के साथ वैज्ञानिक विधि एवं नवीन तकनीकी से खेती करने के सुझाव दिए जा रहे हैं.

किसानों के लिए लगाए गए जानकारी स्टाल
इस जागरूकता कार्यक्रम में बताया गया कि किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लेने के लिए 30 नवम्बर तक आवेदन पत्र भरें. कार्यक्रम में नुक्कड़ नाटक के माध्यम से किसानों को जैविक खेती की तरफ आकर्षित करने तथा रासायनिक उर्वरा का कम से कम प्रयोग करने के बारे में जानकारी प्रदान की गई. वहीं किसानों के लिए जानकारी स्टाल भी लगाये गए.

यदि भोजन, पानी और हवा स्वच्छ नहीं रहेगी, तो हमारा जीवन संकट में आ जाएगा. इसलिये हम सभी को जागरूक नागरिक होने का परिचय देते हुए ऐसा कोई कार्य न करें, जिससे पर्यावरण दूषित हो. किसान पराली न जलाएं, शासन-प्रशासन इस कृत्य पर गंभीर है. दोषी किसानों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जा रही है.
-चंद्र भूषण सिंह , जिलाधिकारी

Intro:अलीगढ़ : अलीगढ़ में कृष्णांजलि सभागार में किसान जागरुकता मेला का आयोजन किया गया. इस आयोजन में किसानों को परम्परागत खेती छोड़कर औद्यानिक खेती की ओर कदम बढ़ाएं. प्रधानमंत्री का संकल्प है कि 2022 तक किसानों की आय में दोगुनी वृद्धि की जाये. जिसके परिप्रेक्ष्य में सरकार द्वारा किसानों के हितलाभ के लिए विभिन्न प्रकार की जनकल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही है. समय समय पर मण्डल और जनपद के साथ विकास खण्ड व न्याय पंचायत स्तर पर भी किसान जागरूकता गोष्ठियों, मेलों का आयोजन किया जा  रहा है. इन मेलों और गोष्ठियों में किसान की उत्पादकता में वृद्धि हो और लागत में कमी आये. इसके लिये कृषि वैज्ञानिकों एवं विषय विशेषज्ञों द्वारा खेती के विभिन्न पहलुओं पर  मार्गदर्शन करने के साथ वैज्ञानिक विधि एवं नवीन तकनीकी से खेती करने के सुझाव दिये जा रहे हैं.






Body:इस जागरुकता कार्यक्रम में बताया गया कि किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लेने के लिए 30 नवम्बर तक आवेदन पत्र भरे . साथ ही आवेदन पत्रों में जो भी त्रुटियां हैं. उनको ठीक किया जा रहा है. कार्यक्रम में नुक्कड़ नाटक के माध्यम से किसानों को जैविक खेती की तरफ आकर्षित करने तथा रासायनिक उर्वरा का कम से कम प्रयोग करने के बारे में जानकारी प्रदान की गयी. वहीं किसानों के लिए जानकारीपरक स्टाल भी लगाये गये.


Conclusion:इस मौके जिलाधिकारी चंद्र भूषण सिंह ने कहा कि यदि  भोजन , पानी व हवा स्वच्छ  नहीं रहेगी. तो हमारा जीवन संकट में आ जाएगा, इसलिये हम सभी को जागरूक नागरिक होने का परिचय देते हुए ऐसा कोई कार्य न करें. जिससे पर्यावरण दूषित हो. उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि किसान पराली न जलाएं, शासन-प्रशासन इस कृत्य पर गंभीर है, दोषी किसानों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जा रही है.

बाइट : चंद्र भूषण सिंह , जिलाधिकारी , अलीगढ़

आलोक सिंह, अलीगढ़
9837830535

           
               


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