अलीगढ़: अखिल भारत जाट आरक्षण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक ने कहा कि भाजपा सरकार ने जाट समाज को धोखा देने का काम किया है. अब समय आ गया है कि हमें जाट आरक्षण, जाटों के साथ अन्याय और अत्याचार पर एकजुट होकर आवाज उठानी है. उन्होंने कहा कि इस बार लोकसभा चुनाव में जाट आरक्षण संघर्ष समिति गठबंधन के प्रत्याशी को अपना समर्थन देगी.
अखिल भारत जाट आरक्षण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक नेजिले के बन्ना देवी क्षेत्र में एक निजी होटल में पत्रकारों से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि विकास की राजनीति के नाम पर 2014 में भाजपा सरकार सत्ता में आई थी. उस समय जाटों के वोट से भाजपा जीती थी. 2014 लोकसभा चुनाव में जाट समाज ने भाजपा को वोट देकर केंद्र की सत्ता में बैठाने का काम किया था,लेकिन अब वहीभाजपा जाटों के लिए दुश्मन बन गई है.
यशपाल मलिक ने कहा कि 26 मार्च 2015 को स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जाट प्रतिनिधियों को घर बुलाकर आरक्षण देने का वादा किया था. यही नहीं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले जाट प्रतिनिधियों को दिल्ली बुलाकर आरक्षण देने का वादा किया था, लेकिन उनका जाट आरक्षण देने का वादा झूठा साबित हुआ.
यशपाल मलिक ने कहा कि देश के 13 राज्यों में 132 लोकसभा सीट जाट बाहुल्य हैं. 80 लोकसभा सीट पर हराने और जिताने में जाट समाज का महत्वपूर्ण योगदान है. उन्होंने कहा कि देश में सभी जातियों को आरक्षण है. 10 प्रतिशत सवर्ण जाति भी इस दायरे में आ गई है. उन्होंने आरोप लगाया कि हरियाणा में जाट और गैर जाट वाद कराकर फर्जी मुकदमे बाजी कराई गई, जिसमें 21 लोगों की शहादत ली गई. उन्होंने कहा कि दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों को साथ में लेकर बीजेपी को हराने का काम करेंगे. 70 से 80 सीट जाट समाज की वजह से भाजपा हारेगी. वहीं कांग्रेस को कमजोर बताते हुए यशपाल मलिक ने कहा कि यूपी में कांग्रेस कहीं खड़ी नजर नहीं आ रही है. राजस्थान में कांग्रेस मजबूत है, लेकिन यूपी में पांच से सात सीट जीत जाए यही बड़ी बात होगी.
अलीगढ़ में लोकसभा चुनाव में तीन जाट प्रत्याशी मैदान में हैं. कांग्रेस से चौधरी विजेंद्र सिंह, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी से चौधरी दीपक सिंह और गठबंधन से चौधरी अजीत बालियान चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं जाटों के वोट में बिखराव को रोकने के लिए अभी से ही सामाजिक संगठनों ने जोर लगाना शुरू कर दिया है. जाट आरक्षण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक ने कहा कि गठबंधन ही बीजेपी को हराने में सक्षम है. जाटों का वोट कांग्रेस की तरफ नहीं जा रहा है. दूसरे समुदाय का वोट लेने में गठबंधन सक्षम है, जिसमें दलित, मुस्लिम और पिछड़ा वर्ग के सहारे गठबंधन को यूपी में फायदा हो रहा है. इस वजह से गठबंधन को समर्थन देकर जाट बाहुल्य सीट पर भाजपा को हराने का प्रचार-प्रसार शुरू किया जा रहा है. यशपाल मलिक ने कहा कि प्रदेश में गठबंधन को जाट समाज ने वोट देने की घोषणा की है.