आगरा: सरकार भ्रष्टाचार पर पूर्ण रोक लगाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. मगर ग्राम प्रधान एवं कर्मचारी भ्रष्टाचार कर धांधली करने से बाज नहीं आ रहे हैं. सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में चलाई जा रही कार्य योजनाओं को ग्राम प्रधान एवं ठेकेदार द्वारा कागजों में गांव में सड़क निर्माण दिखा दिया गया. इसके लिए धनराशि भी निकाली गई, लेकिन गांव में कोई सड़क नहीं बनी. जिसे लेकर ग्रामीणों ने शिकायत दर्ज करवाई.
दरअसल, महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण गारंटी रोजगार योजना की शुरुआत पिछली यूपीए सरकार के दौरान ग्राम पंचायतों के विकास के लिए की गई थी. किंतु कुछ अधिकारी व ग्राम पंचायतों के प्रधान विकास न करते हुए मनरेगा द्वारा किए गए कार्यों को कागजों में दौडाते रहते हैं और मनरेगा की निधि के धन का दुरुपयोग ग्राम प्रधान व विकास खंड के कर्मचारियों द्वारा होता रहता है. ऐसा ही एक मामला जनपद आगरा के विकासखंड बाह के ग्राम पंचायत रामपुर चंद्रसेनी का है. जहां मनरेगा के अंतर्गत एक चक मार्ग को अधिकारियों द्वारा स्वीकृत किया गया था.
जनसत्ता दल लोकतांत्रिक पार्टी जिला अध्यक्ष किसान प्रकोष्ठ आगरा श्रवण सिंह भदोरिया ने मंगलवार को संपूर्ण समाधान दिवस में अधिकारियों से शिकायत कर आरोप लगाया कि ग्राम पंचायत रामपुर चंद्रसेनी के प्रधान व विकास खंड बाह के कर्मचारियों ने पर मिलजुल कर मनरेगा निधि एवं धन का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है.
उन्होंने बताया कि उक्त चक मार्ग पर मनरेगा अधियोजना 2005 का बोर्ड लगा हुआ है किंतु उक्त चक मार्ग बिठौली से रामपुर चंद्र सैनी तक 2005 से अब तक कोई भी मजदूरी का कार्य धरातल पर किसी भी मजदूर द्वारा नहीं किया गया है. न कोई चक मार्ग बना है. उक्त चक मार्ग से फर्जी कार्य दिखाकर प्रधान और संबंधित अधिकारियों द्वारा साठगांठ करके धनराशि हजम कर ली गई है. तहसील दिवस अधिकारी उपजिलाधिकारी बाह अब्दुल बासित ने मामले को संज्ञान में लेकर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है.
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