आगरा: आगरा ग्वालियर रोड स्थित ग्राम पंचायत इटोरा में वीर सैनिक हवलदार का सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. बेटे ने अपने पिता पर गर्व करते हुए कहा है कि वह भी देश सेवा करना चाहता है. कस्बा इटोरा के रहने वाले हवलदार धीरेंद्र सिंह की लखनऊ में आर्मी अस्पताल में इलाज के दौरान रविवार को मौत हो गई थी. धीरेंद्र के पुत्र आदित्य द्वारा धीरेंद्र को मुखाग्नि दी गई. वहीं, सेना के जवानों ने उन्हें अंतिम सलामी दी.
42 वर्षीय धीरेंद्र सिंह पुत्र सौदान सिंह निवासी इटोरा थाना मलपुरा 16 मार्च 2000 को सेना में 9 असम रेजीमेंट में भर्ती हुए थे. पिछले 23 साल से वह लगातार सेना में रहकर देश सेवा कर रहे थे. देश के विभिन्न हिस्सों में उन्होंने नौकरी की. सूबेदार निवास चंद्र घोष ने बताया है कि उनके साथ हवलदार धीरेंद्र सिंह पिछले 23 साल से देश सेवा कर रहे थे. आज हम सब को छोड़कर चला गया. उन्होंने कहा कि वे सब उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए उनके गांव इटोरा पहुंचे हैं.
हवलदार धीरेंद्र सिंह के छोटे भाई श्याम भगोर ने बताया है कि वर्तमान में वह लखनऊ में तैनात थे और एक महीने पहले उनकी तबीयत खराब हुई. इसी बीच उन्हें आर्मी के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां शनिवार देर रात उनकी मौत हो गई. धीरेंद्र सिंह की पत्नी हेमलता देवी, बड़े बेटे आदित्य, पुत्री तनु कुमारी और छोटे बेटे अर्पित ने बताया है कि उन्हें अपने पिता पर गर्व है और वह भी अपने पिता की तरह ही सेवा करना चाहते हैं.
6 पैरा स्पेशल फोर्स द्वारा नायब सूबेदार आदित्य सिंह के नेतृत्व में 16 जवानों द्वारा हवलदार धीरेंद्र सिंह को अंतिम सलामी दी गई. धीरेंद्र सिंह के अंतिम दर्शनों के लिए बड़ी संख्या में जनसैलाब उमड़ पड़ा. हर ओर भारत माता की जय, जब तक सूरज चांद रहेगा धीरेंद्र तेरा नाम रहेगा के नारे गूंज रहे थे.
यह भी पढ़ें: राज्यसभा सांसद हरद्वार दुबे का निधन, दो बार विधायक और कल्याण सिंह सरकार में रहे मंत्री