आगरा: कोरोना संक्रमण के चलते आगरा में ऑक्सीजन की किल्लत बढ़ गई है. डिमांड के साथ ही ऑक्सीजन सिलेंडर के रेट भी बढ़े हैं. अब एसएन मेडिकल कॉलेज में 100-100 बेड के दो कोविड आइसोलेशन वार्ड हैं. इसलिए मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने ऑक्सीजन की किल्लत को देखकर एक प्रस्ताव बनाकर सरकार को भेज दिया है. जिसमें एसएन मेडिकल कॉलेज खुद ऑक्सीजन बनाएगा.
प्रस्ताव में तीन ऑक्सीजन जनरेटर खरीदने का है. जिससे हर रोज एसएन मेडिकल कॉलेज 400 से ज्यादा ऑक्सीजन सिलेंडर तैयार करेगा. यह ऑक्सीजन सिलेंडर दोनों कोविड यूनिट के साथ ही दूसरे विभागों में उपयोग किए जाएंगे. इसके साथ ही कोविड आइसोलेशन को 10000 किलोलीटर के ऑक्सीजन टैंक से जोड़ा जा रहा है.
दोनों ही कोविड यूनिट को 10000 किलोलीटर के ऑक्सीजन टैंक से जा रहा जोड़ा
बता दें कि, सितंबर माह की शुरुआत से ही आगरा में कोरोना संक्रमण तेजी से रफ्तार पकड़ रहा है. हर दिन 80 से ज्यादा संक्रमित मिल रहे हैं. लिहाजा हॉस्पिटल में गंभीर कोरोना संक्रमितों की संख्या भी बढ़ी है. इसके चलते आगरा के हॉस्पिटलों और एसएन मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की खपत भी बढ़ गई है. इसके साथ ही ऑक्सीजन की किल्लत को देखते हुए एसएन मेडिकल कॉलेज की दोनों ही कोविड यूनिट को एहतियातन 10000 किलो लीटर के ऑक्सीजन टैंक से जोड़ा जा रहा है. मेडिकल कॉलेज में एक कोविड यूनिट और बाकी विभागों में 80 से 100 सिलेंडर रोज खर्च हो रहे हैं.
मेडिकल कॉलेज खुद बनाएगा ऑक्सीजन
जल्द ही अस्पताल की दूसरी यूनिट शुरू होगी. इसमें भी ऑक्सीजन की जरूरत पड़ेगी. यहां पर वेंटिलेटर हैं. ऐसे में एसएन मेडिकल कॉलेज प्रशासन बाहर से ऑक्सीजन खरीदने की स्थिति में नहीं है. इसलिए प्रबंधन ने खुद ऑक्सीजन बनाने का फैसला लिया है. इसलिए को तीन ऑक्सीजन जनरेटर खरीदने का प्रस्ताव बनाया है.
डेढ़ करोड़ का एक ऑक्सीजन जनरेटर
एसएन मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. संजय काला ने बताया कि, तीन ऑक्सीजन जनरेटर का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा है. जिसकी कीमत 4.5 करोड़ रुपये है. क्योंकि, एक जनरेटर 1.5 करोड़ रुपये है. प्रस्ताव के मुताबिक, एक-एक ऑक्सीजन जनरेटर कोविड की दोनों यूनिट में लगाया जाएगा. बाकी का एक ऑक्सीजन जनरेटर मेडिसन या किसी दूसरे जरूरत वाले विभाग में लगाया जाएगा.
आगरा में एसएन मेडिकल कॉलेज L-2 और L-3 श्रेणी हॉस्पिटल है. इसलिए यहां पर कोरोना के गंभीर और अति गंभीर मरीज भर्ती किए जाते हैं. सभी भर्ती होने वाले मरीजों को ऑक्सीजन की जरूरत पड़ती है. वेंटिलेटर, वाईपैप के अलावा हाईफ्लो नेजल स्प्रे मशीन से भी मरीजों को ऑक्सीजन दी जाती है. इसीलिए एसएन मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की खपत अधिक है.