आगरा: गंदगी से बजबजाती नालियां और गलियों में बहता सीवर का गंदा पानी घर की चौखट और घर तक रैला मार रहा है. यह हालात हैं आगरा में आवास विकास प्राधिकरण की कॉलोनी इंदिरापुरम का. यहां हालात मलिन बस्ती से भी ज्यादा खराब हैं. ईटीवी भारत की टीम जब इंदिरापुरम कॉलोनी पहुंची तो स्थानीय लोगों ने अपना दुखड़ा सुनाया. स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां की गलियां कच्ची हैं, सीवर चोक हैं, नालियां क्षतिग्रस्त हैं. वह नगर निगम और एडीए के हर जिम्मेदार अधिकारी से मिल चुके हैं. जनप्रतिनिधियों से भी अपनी पीड़ा साझा कर ली, मगर समस्या जस की तस है.
आगरा आवास विकास प्राधिकरण की इंदिरापुरम कॉलोनी में 500 से ज्यादा परिवार नारकीय स्थिति में रहने को मजबूर हैं. ये परिवार नगर निगम में हाउस टैक्स भी जमा करते हैं, लेकिन सुविधा के नाम पर कॉलोनी में न पक्की गलियां हैं, न सड़क और न ही सीवर की बेहतर व्यवस्था है. स्थानीय महिला अर्चना गुप्ता का कहना है कि इंदिरापुरम सी ब्लॉक में न पक्की सड़क है और नाली बनी हुई हैं. इस वजह से लोगों को परेशानी होती है. लगातार शिकायत की और अधिकारियों से मिले, लेकिन अभी कोई सुनवाई नहीं हुई है.
स्थानीय महिला मीना शर्मा ने बताया कि 22 साल से मैं यहां रह रही हूं. यह एडीए की कॉलोनी है. हम हाउस टैक्स देते हैं. यहां की समस्या को लेकर हम हर अधिकारी, जनप्रतिनिधि और मेयर से भी मिल चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है. हालात ऐसे हैं कि सीवर नालियों में बहता है. घर में सीवर का गंदा पानी घुस रहा है. यहां के हालात मलिन बस्ती से भी बदत्तर हैं. अब तो कुछ परिवारों ने यहां से मकान बेचकर जाने का भी मन बना लिया है.
स्थानीय महिला बीना सेठी का कहना है कि 25 साल से मैं यहां रह रही हूं. मगर यहां विकास के नाम पर कुछ नहीं है. मेयर आए तो सड़क बनाने को कह गए. उसके बाद न सड़क बनी और न नालियां बनीं. सीवर लाइन भी बैक मार रही है. सीवर घर में घुस जाता है. कीड़े-मकोड़े घर में आ जाते हैं. शिकायत कर रहे हैं, मगर समस्या का समाधान नहीं हुआ है.
स्थानीय महिला ममता शर्मा ने बताया कि जरा सी बारिश होती है तो सीवर चोक हो जाता है. सड़क से सीवर का पानी घर में आ जाता है. कीड़े-मकोड़े और गंदा पानी आने से बीमारी का खतरा भी है. इसलिए मकान की चौखट को ऊंचा कराया गया है. मनमोहन शर्मा ने बताया कि नगर निगम की ओर से नई सीवर लाइन डाली गई और टेढ़े-मेढ़े कनेक्शन कर दिए गए. यही वजह है कि सीवर चोक होता है और लोगों के घरों में सीवर का पानी घुस जाता है.
एडीए कॉलोनी में जिस तरह से लोग नारकीय स्थिति में रह रहे हैं. इससे नगर निगम, एडीए और अन्य दूसरे विभाग के अधिकारियों की लापरवाही उजागर होती है. आमजन की शिकायतों के बाद समाधान न होने से जनता का आक्रोश कभी भी भड़क सकता है.
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