आगराः नाबालिग का अश्लील फोटो खींचकर ब्लैकमेल कर सामूहिक दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया गया था. इस प्रकरण में आईजी आगरा के दखल के बाद एसएसपी बबलू कुमार ने कार्रवाई करते हुए थाना प्रभारी और दारोगा को निलंबित कर दिया. हालांकि उन्होंने मामले में जांच की जद में आये सीओ लोहामंडी को क्लीन चिट देने के साथ ही दोनों आरोपी इंस्पेक्टर और दारोगा की जांच भी सीओ के हाथ में दे दी है.
थाना प्रभारी और दारोगा निलंबित
बीते माह जिले के जगदीशपुरा थाना क्षेत्र में एक नाबालिग छात्रा और उसका पिता थाने में सामूहिक दुष्कर्म की शिकायत करने पहुंचे थे. मामले में नामजद छह युवकों में से एक सपा के पूर्व विधायक प्रत्याशी और नेता का पुत्र होने के कारण पुलिस ने मामले की तहरीर बदलकर छेड़छाड़ में मामला निपटा दिया था.
आईजी सतीश गणेश से की शिकायत
न्याय न मिलने पर पीड़िता ने आईजी सतीश गणेश के पास शिकायत की थी. मामला मीडिया के सामने आने के बाद कार्रवाई शुरू की गई और पीड़िता का दोबारा मेडिकल कराकर सामूहिक दुष्कर्म में मुकदमा दर्ज हुआ. आईजी के आदेश पर एसएसपी बबलू कुमार ने मामले की जांच शुरू करवाई और शुक्रवार को जांच में दोषी पाए जाने के बाद एसएसपी ने दरोगा नीलकमल और तत्कालीन थाना प्रभारी संजय पांडे को निलंबित कर दिया.
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पिछले दिनों एक सामूहिक दुष्कर्म की वारदात सामने आई थी, जिसमें पुलिस ने मामले की तहरीर बदलकर छेड़छाड़ का मामला कर दिया था. दोबारा जांच के बाद दरोगा और तत्कालीन थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया.
-बबलू कुमार, एसएसपी