आगरा : जनपद में कोविड-19 के मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ ही ऑक्सीजन की भारी मात्रा में कमी होने लगी है. अस्पतालों में ना बेड मिल रहे ना ही ऑक्सीजन. जनता ऑक्सीजन के लिए त्राहि माम कर रही है. श्मशान घाट पर लगातार शवों की संख्या बढ़ती जा रही है. आगरा की जनता का दुख रामखिलाड़ी पचोरी से देखा नहीं गया तो उन्होंने ऑक्सीजन का प्लांट लगाकर कोविड-19 के मरीजों को ऑक्सीजन देने का सराहनीय कार्य किया.
प्लांट पर परिवार सहित वर्करों के साथ करते हैं काम
रामखिलाड़ी पचोरी अपने बेटे और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ पार्टनर दीपांशु अग्रवाल के साथ दिन-रात प्लांट पर वर्करों के साथ कार्य करते हैं, ताकि आगरा की जनता को ऑक्सीजन की कमी ना पड़े. कोविड-19 के मरीज बिना ऑक्सीजन के अपनी जान ना दें.
किराए पर ली जगह और शुरू किया प्लांट
राम खिलाड़ी बताते हैं कि जगह पूरी किराए पर ली है. इससे पहले यहां किसी और का ऑक्सीजन का प्लांट था, लेकिन बंद कर दिया गया. जब आगरा में ऑक्सीजन की कमी दिखी और कोरोना के कारण लगातर मौतों को देखते हुए उनका दिल पसीज गया. जिसके बाद उन्होंने निर्णय लिया कि वो ऑक्सीजन का प्लांट लगाएंगे. इसके लिए जिला प्रशासन से बात की और जिला प्रशासन द्वारा उन्हें पूरा सहयोग मिला. तुरंत ही झारखंड के जमशेदपुर से लिक्विड ऑक्सीजन मंगाकर गैस ऑक्सीजन बनाकर सिलेंडर के माध्यम से देने का काम शुरू किया.
ये रखी मांग
कोविड-19 के साथ अन्य अस्पतालों को भी ऑक्सीजन देने की मांग रामखिलाड़ी पचोरी ने की. जिसके बाद आगरा जिला अधिकारी के दिशा निर्देश पर प्रत्येक दिन 250 से 300 सिलेंडर कोविड अस्पतालों को दिए जा रहे हैं, लेकिन उनका कहना है कि उनके प्लांट गेट पर नॉन कोविड अस्पतालों के भी लोग आ रहे हैं. इसके अलावा जो घर में आइसोलेट हैं वो भी आ रहे हैं. उनका कहना है कि जिसको ऑक्सीजन की जरूरत है वह भी उनके गेट से मायूस होकर लौट रहे हैं, इसलिए जिला प्रशासन से उन्होंने मांग की है कि वो अन्य जरूरतमंद लोगों को भी ऑक्सीजन देना चाहते हैं. क्योंकि 1 दिन में 500 से भी अधिक ऑक्सीजन सिलेंडर वह प्रोवाइड करा सकते हैं.