आगरा : जलकल विभाग में नौकरी लगवाने के नाम पर बाबू ने युवक से 6.5 लाख रुपये वसूले और फिर फर्जी नियुक्ति पत्र थमा दिया. शाहगंज थाने में रविवार को निलंबित बाबू के खिलाफ ठगी का मुकदमा हुआ है. इस नौकरी को पाने के लिए युवक ने अपनी पत्नी के जेवर तक बेच दिए थे.
सरकारी नौकरी लगवाने का आरोपियों ने दिया था भरोसा : शाहगंज थाना प्रभारी निरीक्षक आलोक कुमार सिंह ने बताया कि मोहनपुरा निवासी अरशद राईन ने जलकल विभाग के बाबू समेत पांच लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया है. अरशद ने पुलि को बताया है कि वह संतोष कुमार दुबे को पहले से जानता है. मई 2022 में संतोष ने बताया कि बेटे चिराग दुबे की जलकल विभाग में नौकरी लगवाई है. वहां पर हर्षित शर्मा लिपिक है, जिसकी अच्छी विभाग में सेटिंग है. नौकरी चाहिए तो बात करूं. कहा कि नौकरी के लिए 6.5 लाख रुपये लगेंगे. आरोपियों को उसने पहले पांच लाख रुपये दिए, शेष डेढ़ लाख रुपये नियुक्ति पत्र देते समय लिए गए. जिस पर जलकल के महाप्रबंधक के फर्जी हस्ताक्षर थे. जब नियुक्ति पत्र लेकर वह ज्वाइन करने गया तब उसे ठगी की जानकारी हुई.
रुपये मांगने पर जान से मारने की धमकी दी : अरशद का आरोप है कि जब आरोपियों से फर्जी नियुक्ति पत्र और ठगी की शिकायत करते हुए उसने रुपये वापस मांगे तो वे भड़क गए. गालीगलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी. उसने नौकरी पाने के लिए पत्नी के गहने तक बेच दिए थे. आरोपी अब रुपये नहीं दे रहे हैं. जबकि ठगी समेत अन्य आरोपों में जलकल विभाग का बाबू हर्षित शर्मा निलंबित है. उसके खिलाफ पहले से कई मुकदमे दर्ज हैं. जो नौकरी के नाम पर ठगी के हैं.
बाबू पर पहले से दर्ज हैं नौकरी के नाम पर ठगी के मुकदमे: ठगी के आरोपी जलकल विभाग के निलंबित बाबू पर पहले से ताजगंज, रकाबगंज और सदर थाने में नौकरी के नाम पर ठगी के मुकदमे दर्ज हैं. अब शाहगंज थाने में रविवार को फिर एक मुकदमा दर्ज हुआ है. शाहगंज थाना प्रभारी निरीक्षक आलोक कुमार सिंह ने बताया कि अरशद ने पुलिस कमिश्नर डाॅ. प्रीतेंदर सिंह से ठगी की शिकायत की थी. पीड़ित ने मोहनपुरा निवासी संतोष दुबे, उसके बेटे चिराग दुबे, नगला छऊआ निवासी दीपक अरोड़ा, बालूगंज निवासी हर्षित शर्मा और शशि को नामजद किया है. पुलिस कमिश्नर के आदेश पर मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू कर दी गई है.