आगरा : जिले के थाना एत्माउद्दौला के फाउंड्री नगर आरबीपुरम में दुकान बंद कराने को लेकर हुए पुलिस और प्रमोद उपाध्याय के परिवार के बीच हुए प्रकरण में दारोगा विनीत राणा पर गाज गिर गई है. जनप्रतिनिधियों और क्षेत्रीय लोगों के आक्रोश के बाद एसएसपी मुनिराज ने चौकी इंचार्ज विनीत राणा पर कार्रवाई की है. वहीं, आक्रोशित हिंदूवादी संगठन दारोगा के निलंबन और मुकदमा दर्ज करने की मांग पर अड़े हैं.
मारपीट कर वर्दी फाड़ने का आरोप
आगरा में लॉकडाउन के दौरान दुकान बंद कराने पहुंचे दारोगा विनीत राणा और उपाध्याय परिवार के सदस्यों के बीच झड़प हो गई थी. मामले का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. वीडियो में प्रमोद उपाध्याय के पुत्र और पत्नी समेत पुत्रबधू दारोगा विनीत राणा से विवाद करते नजर आ रहे थे. दारोगा विनीत राणा ने परिवार पर मारपीट कर वर्दी फाड़ने का आरोप लगाया था. इस पर परिवार के 6 सदस्यों के खिलाफ थाना एत्माउद्दौला में सरकारी काम में बाधा और हत्या के प्रयास जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था. इस मामले में उपाध्याय परिवार की 3 महिलाओं सहित 6 लोगों को जेल भी भेजा चुका है. उधर, उपाध्याय परिवार का आरोप है कि, जेल भेजने से पहले परिवार के साथ थाने में बदसलूकी और मारपीट भी की गई थी. जिसके बाद स्थानीय नेताओं ने पुलिस अधिकारियों से मुलाकात कर मामले में निष्पक्ष जांच कराने की मांग की थी.
इसे भी पढे़ं- ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी का ऑडियो वायरल
सांसद की नाराजगी के बाद दारोगा पर हुई कार्रवाई
प्रमोद उपाध्याय के परिवार पर दर्ज मुकदमे में गंभीर धाराओं के हटने के बाद कोर्ट ने सभी को जमानत दे दी थी. इसके बाद हिंदूवादी संगठनों ने पीड़ित परिवार के घर के बाहर धरना भी दिया था. शनिवार को सांसद एसपी सिंह बघेल से पीड़ित परिवार ने सर्किट हाउस में मुलाकात की थी. इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. सांसद एसपी सिंह बघेल और हिंदूवादी संगठनों के आक्रोश के बाद एसएसपी मुनिराज ने फाउंड्री नगर चौकी इंचार्ज विनीत राणा को लाइन हाजिर कर दिया है, लेकिन हिंदूवादी संगठन दारोगा को निलंबित कर मुकदमा दर्ज करने की मांग पर अड़े हैं.