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नगर निगम कार्यालय से गायब हुईं फाइलें - नगर आयुक्त

आगरा में नगर निगम में विकास कार्य की फाइल गायब होने से निगम में खलबली मच गई. इसकी शिकायत लेकर पार्षद राजेश कुमार प्रजापति नगर आयुक्त से मिलने पहुंचे.

नगर निगम.
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Published : Apr 9, 2021, 4:03 PM IST

आगरा: नगर निगम में विकास कार्य की फाइल गायब होने से निगम में खलबली मच गई. इसकी शिकायत लेकर पार्षद राजेश कुमार प्रजापति नगर आयुक्त से मिलने पहुंचे. पार्षद राजेश कुमार का आरोप है कि नगर निगम में विकास कार्य करवाने के लिए फाइल लगाई थी, लेकिन विकास कार्य होने से पहले ही पत्रावली गायब हो गई. इसको लेकर पार्षद राजेश प्रजापति ने एफआईआर दर्ज कराने के लिए कहा है.


वार्ड में विकास कार्य कराने की थी फाइल

वार्ड नंबर 45 अशोकनगर के क्षेत्र में निर्माण कार्य के लिए महापौर नवीन जैन और नगर आयुक्त द्वारा टेंडर पास कराया गया था. इसमें से एक जगजीवन नगर में सड़क निर्माण की, दूसरी अशोक नगर में मकान नंबर 66 से 59 नंबर तक सड़क सुधार कार्य की और तीसरी जितेंद्र चाहर के मकान से अमित चौधरी के मकान तक के इंटरलॉकिंग निर्माण की फाइल थी. इन फाइलों को अधिकारी द्वारा पास कर दिया गया था.

पढ़ें: प्रदेश में इलेक्ट्राॅनिक प्वांइट आफ परचेज डिवाइस से होगी गेहूं की खरीद

नगर आयुक्त के कार्यालय से फाइल हुई गायब

पार्षद राजेश कुमार प्रजापति ने बताया कि तीनों फाइलें बाबू हरिओम को भेज दी गई थीं. बाबू के मना करने पर जब चीफ अधिशासी अभियंता से संपर्क किया तो वहां से कोई सकारात्मक जवाब नहीं आया. वहीं, मुख्य अभियंता के ऑपरेटर का कहना है कि संबंधित बाबू हरिओम फाइल लेकर नहीं गया. बाबू का कहना है कि सारी फाइलें मुकुल शर्मा मुख्य अभियंता के ऑपरेटर को दे दी है.

आगरा: नगर निगम में विकास कार्य की फाइल गायब होने से निगम में खलबली मच गई. इसकी शिकायत लेकर पार्षद राजेश कुमार प्रजापति नगर आयुक्त से मिलने पहुंचे. पार्षद राजेश कुमार का आरोप है कि नगर निगम में विकास कार्य करवाने के लिए फाइल लगाई थी, लेकिन विकास कार्य होने से पहले ही पत्रावली गायब हो गई. इसको लेकर पार्षद राजेश प्रजापति ने एफआईआर दर्ज कराने के लिए कहा है.


वार्ड में विकास कार्य कराने की थी फाइल

वार्ड नंबर 45 अशोकनगर के क्षेत्र में निर्माण कार्य के लिए महापौर नवीन जैन और नगर आयुक्त द्वारा टेंडर पास कराया गया था. इसमें से एक जगजीवन नगर में सड़क निर्माण की, दूसरी अशोक नगर में मकान नंबर 66 से 59 नंबर तक सड़क सुधार कार्य की और तीसरी जितेंद्र चाहर के मकान से अमित चौधरी के मकान तक के इंटरलॉकिंग निर्माण की फाइल थी. इन फाइलों को अधिकारी द्वारा पास कर दिया गया था.

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नगर आयुक्त के कार्यालय से फाइल हुई गायब

पार्षद राजेश कुमार प्रजापति ने बताया कि तीनों फाइलें बाबू हरिओम को भेज दी गई थीं. बाबू के मना करने पर जब चीफ अधिशासी अभियंता से संपर्क किया तो वहां से कोई सकारात्मक जवाब नहीं आया. वहीं, मुख्य अभियंता के ऑपरेटर का कहना है कि संबंधित बाबू हरिओम फाइल लेकर नहीं गया. बाबू का कहना है कि सारी फाइलें मुकुल शर्मा मुख्य अभियंता के ऑपरेटर को दे दी है.

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