आगरा: नगर निगम के अधिवेशन में शनिवार को शहर में हुए डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन के घोटाले का मुद्दा छाया रहा. पार्षदों की ओर से आरोप लगाया गया कि फर्जी तरीके से डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन हो रहा है. निगम की कमाई को कंपनियां डकार रही हैं. कचरे का कलेक्शन सही तरीके से नहीं हो रहा है. शहर में हर तरफ गंदगी का आलम है. इस पर सदन में यह निर्णय लिया गया कि डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन की जांच एक समिति करेगी. जांच रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्यवाही की जाएगी.
पार्षदों ने पूछे 18 सवाल
नगर निगम के बारे में अधिवेशन में पार्षदों की ओर से 18 प्रश्न पूछे गए. इन प्रश्नों में अधिकतर पार्षदों ने शहर में डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन, साफ सफाई, ट्री-गार्ड सहित पौधरोपण, नालों की सफाई, एलईडी लाइटों के लगाने समेत अन्य तमाम सवाल पूछे. इसके साथ ही पार्षदों की ओर से अधिवेशन के लिए 17 प्रस्ताव भी लगाए गए. इसमें भी डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन और अन्य तमाम शहर की साफ-सफाई के मुद्दे शामिल थे.
बसपा के पार्षद धर्मवीर सिंह ने बताया कि जब डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन शुरू हुआ था तो कुछ दिन सब सही था. इसके बाद हालात बिगड़ते चले गए. अभी हालात ऐसे हैं कि कहीं भी कचरे का कलेक्शन नहीं हो रहा है लेकिन कंपनी लगातार नगर निगम से पैसा उठा रही हैं.
महापौर नवीन जैन ने कहा दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा
महापौर नवीन जैन ने बताया कि अधिवेशन में पार्षदों की ओर से डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन में हुए भ्रष्टाचार बात उठाई गई है. इस पर अपर आयुक्त की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया है. यह कमेटी 15 दिन में जांच कर रिपोर्ट देगी. इससे भी कुछ स्पष्ट नहीं होता है तो दूसरी कमेटी का गठन किया जाएगा. मामले की जांच की जाएगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.