आगरा: ताजमहल के टिकटों की कालाबाजारी हो रही है. इस वजह से हर वीकेंड पर देश-विदेश से आए ताजमहल के दीवाने टिकट न मिलने से मायूस होकर लौटते हैं. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (एएसआई) का कोरोना संक्रमण के चलते एक दिन में अधिकतम पांच हजार पर्यटकों के ताजमहल देखने का नियम बनाया है. ऑनलाइन टिकट बुकिंग का यह नियम (कैपिंग) कालाबाजारी करने वालों के फायदे का सौदा हो गया है. एएसआई ने ताजमहल की टिकट की कालाबाजारी को लेकर जिला प्रशासन और पुलिस से शिकायत की है. जिससे देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों की टिकट की कालाबाजारी को रोकी जा सके और शनिवार और रविवार को पर्यटक ताजमहल देखे बिना न लौटें.
पर्यटकों की संख्या की जाए 15 हजार
टूरिस्ट गाइड नितिन सिंह ने बताया कि ताजमहल की टिकटों की कालाबाजारी रोकने का सबसे सरल तरीका यह है कि, एएसआई ने जो ताजमहल देखने वाले पर्यटकों की संख्या 5000 की है. इसे बढ़ाकर करके 10 से 15 हजार किया जाए. बीते वीकेंड की बात करें तो ऑनलाइन 5000 टिकटें बुक हुई. लेकिन, ताजमहल देखने वाले पर्यटकों की संख्या 4000और 4500 ही रही.
विंडो से टिकट दी जाएं
ताजमहल मस्जिद इंतजामिया कमेटी के प्रेसिडेंट सैय्यद इब्राहिम जैदी ने बताया कि ऑनलाइन जितनी टिकट बुक की जा रही हैं, उतनी संख्या में पर्यटक ताजमहल नहीं देख रहे हैं. इससे साफ है कि, बीच में टिकटों का घालमेल हो रहा है. इसलिए एएसआई को ऑनलाइन टिकट की बजाए विंडो से टिकट शुरू की करनी चाहिए. ताजमहल देखने की 5000 पर्यटकों की संख्या को बढ़ाना चाहिए.
टिकट की कालाबाजारी से मायूस लौट रहे पर्यटक
एएसआई के अधीक्षण पुरातत्वविद वसंत कुमार स्वर्णकार का बताया कि, वीकेंड पर ताजमहल की 5000 टिकटें ऑनलाइन बुक हो रही हैं. मगर ताजमहल देखने के लिए पर्यटक की संख्या 5000 नहीं पहुंच रही है. हर वीकेंड पर शनिवार और रविवार को फुल ऑनलाइन बुकिंग के बाद भी 500 से 800 पर्यटक
ताजमहल देखने नहीं पहुंच रहे हैं. इनमें से कई पर्यटक ऐसे हो सकते हैं, जिन्होंने ऑनलाइन बुकिंग की हो लेकिन, वे किसी वजह से आगरा नहीं आए. यह बहुत कम होगी. इससे टिकटों की कालाबाजारी हो रही है. एएसआई को ताजमहल की ऑनलाइन टिकट बुकिंग के बाद टिकटों की कालाबाजारी की भी शिकायत मिली है. यही वजह है कि, हर वीकेंड पर तमाम पर्यटक बिना ताजमहल देखे ही मायूस लौट रहे हैं. ऑनलाइन टिकट की कालाबाजारी को लेकर जिला प्रशासन और पुलिस को अवगत कराया है. जिससे इस तरह से टिकटों की कालाबाजारी करने वालों पर नकेल कसी जा सके.
यूं लगा रहे ऑनलाइन बुकिंग में सेंध
एएसआई की वेबसाइट से पहले ताजमहल और अन्य स्मारक की टिकट बुक करने पर पर्यटक आईडी की आवश्यकता होती थी. ऑनलाइन टिकट में हर पर्यटक का पूरा ब्यौरा दर्ज होता था. लेकिन अभी एएसआई ने जो ऑनलाइन टिकट बुकिंग की व्यवस्था की है. उसमें किसी भी आईडी की जरूरत नहीं है. पर्यटकों की संख्या कम होने से लपकों ने अपना ट्रेंड बदल दिया है. अब वे एएसआई की इसी खामी का कालाबाजारी करने वाले लाभ उठा रहे हैं. बल्क में ताज महल की टिकट बुकिंग करके फिर महंगे दामों पर पर्यटकों को बेचते हैं. इसकी शिकायत पर्यटकों ने बीते दिनों एएसआई से की थी.
शिकायत पर सतर्कता बढ़ाई
जब ताजमहल की टिकट की कालाबाजारी की शिकायत पर्यटकों ने एक अक्टूबर और अन्य दिन की तो एएसआई ने शिल्पग्राम की पार्किंग में हो रही टिकटों की कालाबाजारी की शिकायत ताजगंज पुलिस से की. इस पर एएसआई ने लिखित में तहरीर भी दी. ताजगंज पुलिस ने एएसआई की तहरीर पर एफआईआर नहीं दर्ज की, सिर्फ अब शिल्पग्राम की पार्किंग में पुलिस की सतर्कता बढ़ा दी है. इससे पुलिस की कालाबाजारी करने वालों से मिलीभगत की बात भी सामने आ रही है.
यह हैं वीकेंड के आंकड़े
तिथि ताज देखने वाले पर्यटक टिकट बुकिंग
4 अक्टूबर (रविवार) 4128 5000
10 अक्टूबर (शनिवार) 3919 5000
11 अक्टूबर(रविवार) 4568 5000
कोरोना संक्रमण से बेपटरी हुआ ताजनगरी का पर्यटन उद्योग धीरे धीरे रफ्तार पकड़ रहा है. मगर, हर वीकेंड पर ताजमहल के बिना दीदार करें लौट रहे पर्यटक ताजमहल के पर्यटन उद्योग के लिए घातक साबित हो सकते हैं. क्योंकि ताजमहल की टिकटों की कालाबाजारी से ताजमहल और आगरा के अच्छी बात नहीं है.