आगरा: कोरोना संक्रमण से ताजनगरी का पर्यटन उद्योग बेपटरी हो चुका है. इंटरनेशनल फ्लाइटें बंद हैं, जिससे पर्यटक भारत नहीं आ पा रहे. ताजनगरी में होटल और एंपोरियम संचालक 170 दिनों से ज्यादा पर्यटकों की राह देख रहे हैं. वहीं कोरोना काल में अब अमेरिका की अपडेट टूरिज्म एडवाइजरी ने आगरा में पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. एडवाइजरी में अमेरिकी नागरिकों को भारत नहीं जाने की सलाह दी गई है.
यह है अमेरिकी एडवाइजरी
अमेरिका ने हाल ही में अपडेट एडवाइजरी जारी की है. एडवाइजरी में भारत को चौथी रेटिंग दी गई है. चौथी रेटिंग में आतंकवाद और युद्धग्रस्त पाकिस्तान, सीरिया, ईरान, इराक और यमन शामिल हैं. अमेरिकी नागरिकों को कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण, अपराध और आतंकवाद के चलते भारत नहीं जाने को कहा गया है. सलाह दी गई है कि कोरोना के चलते भारत में कभी भी एयरपोर्ट बंद हो सकते हैं और इस स्थिति में वापसी मुश्किल होगी. इसलिए अमेरिकी नागरिक भारत भ्रमण से परहेज करें. अनुमान लगाया जा रहा है कि कोरोना के बाद हालात सामान्य होने पर भी अमेरिकी पर्यटक भारत आने से बचेंगे, जिससे पर्यटन उद्योग बुरी तरह प्रभावित होगा.
ये हैं मुख्य बिंदु
- आगरा में दूसरे नंबर पर भ्रमण करने आते हैं अमेरिकी पर्यटक
- सबसे ज्यादा आगरा में नाइट स्टे करते हैं अमेरिकी पर्यटक
- अमेरिकी दूतावास ने एडवाइजरी जारी कर नागरिकों को भारत भ्रमण करने से रोका
- अमेरिकी एडवाइजरी से भारत का पर्यटन उद्योग होगा प्रभावित
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की आगरा विजिट से अमेरिकी पर्यटकों की संख्या और बढ़ने की उम्मीद जगी थी. आंकड़ों के मुताबिक भारत में अमेरिकी पर्यटक औसतन 29 दिन तक समय गुजारते हैं, जबकि दूसरे देशों के पर्यटक 22 दिन ही भारत में गुजारते हैं. लोकल इंटेलीजेंस यूनिट (एलआईयू) के आंकड़ों के मुताबिक, सन् 2019 में चाइना के बाद अमेरिकी पर्यटक दूसरे नंबर पर भारत भ्रमण पर आए थे. इससे पहले 2015, 2016, 2017 और 2018 में अमेरिकी पर्यटकों सबसे ज्यादा आगरा में नाइट स्टे किया था.
टूरिस्टों के मन में भय स्वभाविक
होटल क्रिस्टल सरोवर के जीएम विवेक ने बताया कि अंतराष्ट्रीय उड़ानें अक्टूबर या नवंबर में शुरू होने की उम्मीद है, लेकिन अमेरिका की नई एडवाइजरी से विदेशी पर्यटक भारत घूमने के लिहाज से मन नहीं बनाएंगे. वहीं अमेरिका के रवैये से दूसरे देशों के पर्यटकों का आशंकित होना स्वाभाविक है. इस एडवाइजरी से भारत में अमेरिकी पर्यटकों की संख्या कम होने की आशंका जताई जा रही है.
सरकार रखे अपना पक्ष
आगरा टूरिज्म गिल्ड के उपाध्यक्ष राजीव सक्सेना का कहना है कि अमेरिका ने अपडेट एडवाइजरी में भारत को चौथी रेटिंग दी है. यह हमारे लिए बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. वैसे ही कोरोना संक्रमण के चलते आगरा का पर्यटन शून्य हो चुका है. इस एडवाइजरी से भारत में अमेरिकी पर्यटकों की संख्या कम होगी. इसलिए सरकार को अमेरिका के सामने एडवाइजरी को स्पष्ट करना चाहिए. अन्यथा अमेरिकी एडवाइजरी से पर्यटन की बची हुई उम्मीदें भी खत्म हो जाएंगी.
2019 में आगरा में इतने पर्यटकों ने किया आगरा में नाइट स्टे
एलआईयू ने तीन साल के आगरा में नाइट स्टे करने वाले देशों के पर्यटकों की संख्या और आंकड़े जारी किए हैं. साल 2019 में चीन के 56,341, अमेरिका के 51,582, ग्रेट ब्रिटेन के 38793, फ्रांस 29270 और आस्ट्रेलिया के 22,842 पर्यटकों ने आगरा में नाइट स्टे किया था. वहीं साल 2018 में अमेरिका के 54,342, ग्रेट ब्रिटेन 46412, चीन 42,558, फ्रांस 36497 और स्पेन के 27,592 पर्यटकों ने आगरा में नाइट स्टे किया. इसी प्रकार 2017 में अमेरिका के 56,528, ग्रेट ब्रिटेन 50,809, चीन 35,644, फ्रांस 35,125 और श्रीलंका के 28042 पर्यटकों ने आगरा में नाइट स्टे किया.
अमेरिकन एडवाइजरी ने उड़ाई आगरा में पर्यटन कारोबारियों की नींद
अमेरिकी की एडवाइजरी से भारत की छवि विश्व स्तर पर बिगड़ेगी, जिससे पर्यटन उद्योग पर बुरा असर पड़ेगा. इसलिए पर्यटन उद्योग से जुड़े कारोबारियों और एसोसिएशन के पदाधिकारियों की भारत सरकार से मांग है कि अमेरिकी एडवाइजरी का विरोध करने के साथ ही अपना पक्ष विश्व स्तर पर रखें.