आगरा: कोरोना संक्रमण के चलते एक बार फिर मोहब्बत की निशानी ताजमहल के साथ ही देश भर में एएसआई के सभी स्मारकों को पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया. केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने इस बारे में गुरुवार देर शाम एक ट्वीट किया है, जिसमें लिखा है कि, एएसआई के सभी संरक्षित स्मारकों को कोरोना के बढ़ते प्रकोप के चलते 15 मई तक बंद किया जाता है. एएसआई के आगरा सर्किल के अधीक्षण पुरातत्वविद वसंत कुमार स्वर्णकार ने बताया कि, विभाग से मिले निर्देश के बाद ताजमहल, आगरा किला सहित आगरा सर्किल के सभी स्मारकों को 15 मई तक बंद कर दिया गया है. इसकी खबर आते ही पर्यटन कारोबारियों में खलबली मच गई है.
188 दिन पहले रहा था बंद
साल 2020 में जब कोरोना संक्रमण बढ़ने पर 17 मार्च को अचानक एएसआई के संरक्षित देश भर के सभी स्मारकों को बंद कर दिया गया, जिसमें ताजमहल, आगरा किला भी शामिल था. लेकिन, जुलाई में कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम होने पर धीरे-धीरे एएसआई की ओर से स्मारकों को पर्यटकों के लिए 'अनलॉक' किया. लेकिन ताजमहल और आगरा किला को कैपिंग सिस्टम, कोरोना प्रोटोकॉल और एसओपी के साथ 21 सितंबर 2020 को 188 दिन बाद 'अनलॉक' किया गया. एसओपी के तहत पर्यटकों को मास्क लगाना अनिवार्य किया गया. ऑनलाइन टिकटिंग की व्यवस्था की गई. धीरे-धीरे पर्यटकों की संख्या बढ़ने से ताजमहल की कैपिंग सिस्टम में लपकों ने सेंध लगा दी. टिकटों की कालाबाजारी होने लगी थी.
टूरिस्ट गाइड और फोटोग्राफर का बढ़ गया संकट
ताजमहल और अन्य स्मारकों की 188 दिन की बंदी से पर्यटन कारोबार पटरी से उतर गया. टूरिस्ट गाइड, फोटोग्राफर, हैंडीक्राफ्ट कारीगर और पर्यटन कारोबारियों के सामने रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया था. लेकिन, जब ताजमहल खुला तो कुछ उम्मीदें बढ़ी. लेकिन धीरे-धीरे जैसे कोरोना संक्रमण फिर बढ़ा तो पर्यटकों की संख्या ताजमहल पर कम होती चली गई. इससे फोटोग्राफर और टूरिस्ट गाइड के सामने एक बार फिर रोजी-रोटी का संकट आ गया.
वरिष्ठ टूरिस्ट गाइड शमशुद्दीन का कहना है कि ताजमहल सहित आगरा के सभी स्मारक बंद होने से फोटोग्राफर और टूरिस्ट के सामने बड़ा संकट खड़ा हो गया है.
अदूरदर्शिता का फैसला
टूरिज्म गिल्ड आगरा के उपाध्यक्ष राजीव सक्सेना का कहना है कि, बार-बार ताजमहल और अन्य स्मारक बंद करना अदूरदर्शिता का परिचायक है. इससे अनिश्चितता का दौर बन रहा है. जो लोग ताजमहल देखना आते हैं. उनका भरोसा टूट रहा है. आगरा में ताजमहल सहित अन्य स्मारकों को बंद होने से पर्यटन कारोबार से जुड़े हुए करीब 4.5 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित होंगे, जिसमें टूरिस्ट गाइड, फोटोग्राफर, पर्यटन कारोबारी, हैंडीक्राफ्ट कारोबारी और कारीगर, एंपोरियम संचालक, होटल और रेस्टोरेंट संचालक सहित अन्य तमाम लोग शामिल हैं.