आगराः ताजनगरी में सदर के रोहता स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक की शाखा से 56.94 लाख रुपये की डकैती का सुराग जिला जेल से मिला है. बैंक डकैती का भेदिया अस्थाई कर्मचारी है. जिसे पुलिस ने दबोच लिया. आरोपी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है. आरोपी से पूछताछ के बाद दो और बदमाश दबोच लिए हैं. फरार अन्य बदमाश की तलाश में दबिश जारी है. पुलिस को मलपुरा के एक गांव से डकैती की बड़ी रकम भी मिल गई है.
बता दें कि, बीते 15 दिसंबर की शाम चार बदमाश ने तमंचा और चाकू दिखाकर रोहता स्थिति इंडियन ओवरसीज बैंक में डकैती डाली थी. हथियार दिखाकर बैंक मैनेजर और अन्य कर्मचारीयों को बंधक बनाया था. महज 15 मिनट में 56.94 लाख रुपये बदमाश ले गए थे. इसके बाद आगे चलकर बदमाशों की बाइक खराब हो गई थी. जिसे धक्का मारकर बदमाश ले गए थे.
यूं लगा सुराग
बता दें कि, बैंक डकैती के बाद भागते बदमाशों के फोटो सीसीटीवी से पुलिस को मिले थे. कहीं से सुराग न मिलने पर पुलिस की एक टीम फोटो लेकर जेल में बंद अपराधियों से मिली. उन्हे बदमाशों के फोटो दिखाया गया. जेल में बंद एक कैदी ने एक बदमाश पहचान लिया. वह बदमाश खंदारी निवासी ठाकुरदास है. पुलिस टीम उसके घर पर पहुंचीं, लेकिन वह नहीं मिला. बदमाश ठाकुरदास के मोबाइल की कॉल डिटेल निकलवाई तो पुलिस हैरान रह गई. ठाकुरदास और बैंक के अस्थाई कर्मचारी पुनीत की खूब बातचीत हुई थी. इसके बाद पुलिस ने पुनीत से सख्ती से पूछताछ की.
रविवार देर रात पुलिस ने पुनीत की निशानदेही पर वारदात में शामिल दो और बदमाश दबोच लिए हैं. सभी ने डकैती डालने का राज खोल दिया है. पुलिस ने रविवार के मलपुरा थाना क्षेत्र के एक गांव से डकैती की बड़ी रकम बरामद कर ली है. यह रकम एक बदमाश की रिश्तेदारी से मिली है.खबर देकर दूध लेने गया था भेदिया पुनीत एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि, इंडियन ओवरसीज बैंक की शाखा में डकैती के मामले में अहम सुराग मिले हैं. बैंक के अस्थाई कर्मचारी से पूछताछ की गई है. वह वारदात के समय चाय बनाने के लिए दूध लेने गया था. कुछ और लोगों से भी पूछताछ की जा रही है. जल्द ही खुलासा हो जाएगा.