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खादी को फैशन आइकॉन बनाने की डिजाइनर्स की पहल, बोले- कॉमन मैन तक पहुंचाने की रियायतें बेहद जरूरी

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Published : Dec 29, 2022, 7:19 PM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खादी इंडिया मुहिम (PM Narendra Modi Khadi India campaign) को लेकर फैशन डिजाइनर्स ने पहल की हैं. डिजाइनर्स का कहना है कि खादी को फैशन आइकॉन बनाने के लिए इसे कॉमन मैन तक पहुंचाने की रियायतें बेहद जरूरी हैं.

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डिजाइनर्स ने कहा कि खादी को लोगों तक पहुंचाने के लिए रियायतें जरूरी हैं.

आगरा: खादी देश में स्वदेशी और आत्मनिर्भरता की मिसाल बन रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खादी इंडिया मुहिम से इसका कारोबार आज 'वोकल फॉर लोकल' और 'लोकल फॉर ग्लोबल' की ओर मजबूती से बढ़ रहा है. लेकिन, अभी भी खादी 'कॉमन मैन' की पहुंच से दूर है. ईटीवी भारत ने ताजनगरी में आयोजित नेशनल डिजाइनर अवॉर्ड (National Designer Award in Agra) में शिरकत करने आए फैशन डिजाइनर्स से एक्सक्लुसिव बातचीत की. जिसमें फैशन डिजाइनर्स ने अपने विचार साझा किए.

फैशन डिजाइनर्स ने (Agra Fashion designers encourage Khadi) बताया कि पीएम मोदी की 'खादी इंडिया' मुहिम और इसे 'कॉमन मैन' तक कैसे पहुंचाया जाए. उन्होंने कहा कि भले ही देश में खादी का कारोबार बढ़ रहा है. लेकिन, अभी भी खादी महंगा है. इसलिए, अभी भी खादी नेता और हाई क्लास की पहुंच तक ही सीमित है. खादी महंगा होने की वजह से 'कॉमन मैन' की पहुंच से दूर है. इसे 'कॉमन मैन' तक पहुंचाने के लिए सरकार को तमाम रियायतें देनी होंगी.

बता दें कि वर्ल्ड डिजाइनर फोरम की ओर से ताजनगरी में नेशनल अवॉर्ड का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें देशभर से जाने-माने 150 से अधिक फैशन डिजाइनर शामिल होने आए हैं. नेशनल डिजाइनर अवॉर्ड में डिजाइनिंग क्लॉथ की एग्जिबिशन और डिजाइनिंग क्लॉथ पहनकर मॉडल भी कैटवॉक करेंगें.

फैशन डिजाइनर निशा कपिला का कहना है कि, (Designers promote Khadi in Agra) उन्होंने खादी फैब्रिक में तमाम काम किया है. अभी भी वे कई डिजाइन खादी में तैयार करती हैं. उनके डिजाइन लोगों को खूब पसंद आते हैं. खादी को आम आदमी तक पहुंचाने के लिए अभी इसमें और भी काम करना है. फैशन डिजाइनर रश्मि साहू ने बताया कि, खादी हमारा पहला फैब्रिक है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे खूब प्रमोट किया है. आने वाले समय में खादी आमजन तक पहुंचेगा. क्योंकि, खादी स्टेनेबल फैब्रिक है. इसकी कीमत ज्यादा है. भारत में अभी खादी कम है. इसे बढ़ावा देने के लिए सरकार को रियायतें देनी चाहिए.

फैशन डिजाइनर तस्लीम का कहना है कि आज खादी की डिमांड की जा रही है. यह लोगों को खूब पसंद भी आ रही है. खादी में तमाम एक्सपेरिमेंट किए जा रहे हैं. इसलिए, खादी से रोजगार भी बढ़ा है. इस पर सरकार ध्यान दें, तो देश और भी मजबूत होगा. मेरठ से आई फैशन डिजाइनर का कहना है कि पीएम मोदी (PM Narendra Modi) की वजह से खादी की अलग पहचान मिल रही है. लेकिन, खादी अभी भी महंगा होने की वजह से सिर्फ हाई क्लास और नेताओं की पहली पसंद है. इसे कॉमन मैन तक पहुंचाने के लिए सरकार को अभी बहुत काम करना है. इसको लेकर कई रियायतें देनी होंगी.

फैशन डिजाइनर पल्लवी बताया कि आज फैशन डिजाइनर (Initiative to make Khadi a fashion icon in Agra) खूब वेस्टर्न और एथेनिक डिजाइन में खादी का उपयोग कर रहे हैं. जो लोगों को खूब पसंद आ रहा है. बॉलीवुड में भी खादी का चलन बढ़ा है. खादी के प्रचार प्रसार से जहां रोजगार के नए द्वार खुलेंगे, तो वहीं, कारोबार भी तेजी से बढ़ेगा.

डिजाइनर्स ने कहा कि खादी को लोगों तक पहुंचाने के लिए रियायतें जरूरी हैं.

आगरा: खादी देश में स्वदेशी और आत्मनिर्भरता की मिसाल बन रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खादी इंडिया मुहिम से इसका कारोबार आज 'वोकल फॉर लोकल' और 'लोकल फॉर ग्लोबल' की ओर मजबूती से बढ़ रहा है. लेकिन, अभी भी खादी 'कॉमन मैन' की पहुंच से दूर है. ईटीवी भारत ने ताजनगरी में आयोजित नेशनल डिजाइनर अवॉर्ड (National Designer Award in Agra) में शिरकत करने आए फैशन डिजाइनर्स से एक्सक्लुसिव बातचीत की. जिसमें फैशन डिजाइनर्स ने अपने विचार साझा किए.

फैशन डिजाइनर्स ने (Agra Fashion designers encourage Khadi) बताया कि पीएम मोदी की 'खादी इंडिया' मुहिम और इसे 'कॉमन मैन' तक कैसे पहुंचाया जाए. उन्होंने कहा कि भले ही देश में खादी का कारोबार बढ़ रहा है. लेकिन, अभी भी खादी महंगा है. इसलिए, अभी भी खादी नेता और हाई क्लास की पहुंच तक ही सीमित है. खादी महंगा होने की वजह से 'कॉमन मैन' की पहुंच से दूर है. इसे 'कॉमन मैन' तक पहुंचाने के लिए सरकार को तमाम रियायतें देनी होंगी.

बता दें कि वर्ल्ड डिजाइनर फोरम की ओर से ताजनगरी में नेशनल अवॉर्ड का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें देशभर से जाने-माने 150 से अधिक फैशन डिजाइनर शामिल होने आए हैं. नेशनल डिजाइनर अवॉर्ड में डिजाइनिंग क्लॉथ की एग्जिबिशन और डिजाइनिंग क्लॉथ पहनकर मॉडल भी कैटवॉक करेंगें.

फैशन डिजाइनर निशा कपिला का कहना है कि, (Designers promote Khadi in Agra) उन्होंने खादी फैब्रिक में तमाम काम किया है. अभी भी वे कई डिजाइन खादी में तैयार करती हैं. उनके डिजाइन लोगों को खूब पसंद आते हैं. खादी को आम आदमी तक पहुंचाने के लिए अभी इसमें और भी काम करना है. फैशन डिजाइनर रश्मि साहू ने बताया कि, खादी हमारा पहला फैब्रिक है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे खूब प्रमोट किया है. आने वाले समय में खादी आमजन तक पहुंचेगा. क्योंकि, खादी स्टेनेबल फैब्रिक है. इसकी कीमत ज्यादा है. भारत में अभी खादी कम है. इसे बढ़ावा देने के लिए सरकार को रियायतें देनी चाहिए.

फैशन डिजाइनर तस्लीम का कहना है कि आज खादी की डिमांड की जा रही है. यह लोगों को खूब पसंद भी आ रही है. खादी में तमाम एक्सपेरिमेंट किए जा रहे हैं. इसलिए, खादी से रोजगार भी बढ़ा है. इस पर सरकार ध्यान दें, तो देश और भी मजबूत होगा. मेरठ से आई फैशन डिजाइनर का कहना है कि पीएम मोदी (PM Narendra Modi) की वजह से खादी की अलग पहचान मिल रही है. लेकिन, खादी अभी भी महंगा होने की वजह से सिर्फ हाई क्लास और नेताओं की पहली पसंद है. इसे कॉमन मैन तक पहुंचाने के लिए सरकार को अभी बहुत काम करना है. इसको लेकर कई रियायतें देनी होंगी.

फैशन डिजाइनर पल्लवी बताया कि आज फैशन डिजाइनर (Initiative to make Khadi a fashion icon in Agra) खूब वेस्टर्न और एथेनिक डिजाइन में खादी का उपयोग कर रहे हैं. जो लोगों को खूब पसंद आ रहा है. बॉलीवुड में भी खादी का चलन बढ़ा है. खादी के प्रचार प्रसार से जहां रोजगार के नए द्वार खुलेंगे, तो वहीं, कारोबार भी तेजी से बढ़ेगा.

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