आगरा : हाइकोर्ट बेंच की मांग को लेकर चल रहा आंदोलन रफ्तार पकड़ने लगा है. अधिवक्ताओं ने हाइकोर्ट बेंच की स्थापना को लेकर अनशन शुरू कर दिया है. वहीं, अधिवक्ताओं ने भाजपा सरकार को हाइकोर्ट बेंच की मांग पूरी न करने पर चुनावों में खामियाजा भुगतने की चेतावनी भी दी है.
ताजनगरी आगरा के अधिवक्ताओं की वर्षों पुरानी हाइकोर्ट बेंच बनाने की मांग अब रफ्तार पकड़ने लगी है. आगामी विधानसभा चुनावों को मद्देनजर अधिवक्ताओं ने अपना आंदोलन और तेज कर दिया है. अधिवक्ता एवं हाइकोर्ट संघर्ष समिति के सदस्य दुर्ग विजय सिंह भैया का कहना है कि सूबे की कमान संभालने वाली सरकारें हर बार आगरा के अधिवक्ताओं से सौतेला व्यवहार करतीं हैं.
सपा, बसपा और अब भाजपा सरकार भी अधिवक्ताओं की इस मांग को दरकिनार कर रही है. अधिवक्ताओं का कहना है कि भाजपा के कई नेताओं ने हाइकोर्ट बेंच की मांग को लेकर उनके कंधे से कंधा मिलाकर आंदोलन में भाग लिया. वहीं, आगरा के सांसद और विधि मंत्री एसपी सिंह बघेल खुद इस आगरा की धरती के लाल है. इसके बावजूद अधिवक्ताओं को उनका हक नहीं मिल पा रहा है. इसके चलते अधिवक्ता अनशन को मजबूर हैं.
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अधिवक्ता दुर्ग विजय सिंह भैया ने मीडिया को बताया कि अगर भाजपा सरकार उनकी मांग को चुनाव से पहले पूरी नहीं करती तो वह घर-घर और गली-गली जाकर भाजपा के विरोध में लोगों को जागरूक करेंगे.
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हाइकोर्ट बेंच आगरा के लिए मील का पत्थर साबित होगा. इसकी स्थापना से यहां के लोगों को बड़ी राहत मिलेगी लेकिन सरकार इस मामले में अधिवक्ताओं को सिर्फ आश्वासन देती रही है. यह अब अधिवक्ताओं को नामंजूर है. कहा कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो इसका सीधा असर राज्य सरकार को आगामी चुनावों में देखने को मिलेगा.