आगरा: ताजनगरी में पासपोर्ट नवीनीकरण आवेदन के सत्यापन में घूस न मिलने पर पुलिस ने प्रतिकूल रिपोर्ट पासपोर्ट कार्यालय भेज दी. इससे महिला का पासपोर्ट नवीनीकरण आवेदन रद्द हो गया. पीड़िता ने बुधवार को पुलिस आयुक्त डॉ. प्रीतिंदर सिंह से मिलकर पुलिसकर्मियों के घूस मांगने और रिश्वत न देने पर पासपोर्ट की प्रतिकूल रिपोर्ट भेजने की शिकायत की. इस पर पुलिस आयुक्त डॉ. प्रीतिंदर सिंह ने रकाबगंज थाना में तैनात सिपाही अमित कुमार और विष्णु कुमार को लाइन हाजिर किया. इसके साथ ही दोनों के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए हैं.
रकाबगंज थाना क्षेत्र के आदर्श नगर निवासी अंबिका द्रोणा बुधवार दोपहर आगरा पुलिस आयुक्त कार्यालय पहुंचीं. उन्होंने पुलिस कमिश्नर डॉ. प्रीतिंदर सिंह से मिलकर पासपोर्ट का नवीनीकरण नहीं होने की जानकारी दी. कहा कि पासपोर्ट नवीनीकरण के लिए आवेदन किया था. इस पर चार अगस्त 2023 की दोपहर करीब ढाई बजे रकाबगंज थाना पर तैनात पुलिसकर्मी अमित कुमार घर आया. पुलिसकर्मी अमित कुमार ने जो कागजात मांगे, वे उपलब्ध करा दिए. पुलिसकर्मी ने इसके बाद रिश्वत मांगी. जब रुपये देने से इनकार किया तो उसी दिन शाम को रकाबगंज थाने से पुलिसकर्मी विष्णु कुमार ने फोन करके कहा कि पासपोर्ट रिपोर्ट में दिक्कत आ रही है. तत्काल थाने पर आएं. इस पर अंबिका ने अपने पति विवेक लवानियां को थाने पर भेजा. जहां पति विवेक लवानियां से पुलिस कर्मी विष्णु कुमार व अमित कुमार मिले.
मुकदमा दर्ज होने की बात कहकर मांगा खर्चा: पीड़िता अंबिका द्रोणा ने पुलिस कमिश्नर को बताया कि पुलिसकर्मी विष्णु कुमार और अमित ने पति विवेक लवानिया से कहा कि अंबिका के खिलाफ लोहामंडी थाना में एक मुकदमा दर्ज है. इसलिए, पासपोर्ट की रिपोर्ट भेजना संभव नहीं है. जब पति ने उन्हें बताया कि मुकदमा फर्जी था. पुलिस ने जांच के बाद उसे खारिज किया था. आप ऑनलाइन यह चेक कर सकते हैं. पति ने इसके प्रमाण भी दिए. इस पर पुलिसकर्मियों ने पति से कहा कि पासपोर्ट की रिपोर्ट भेजने में खर्चा आएगा. इस पर पति ने रुपये देने से इनकार कर दिया. इसके बाद 24 अगस्त 2023 को उन्हें पासपोर्ट ऑफिस से पता चला कि उनका पासपोर्ट नवीनीकरण का आवेदन रद्द कर दिया गया है. पुलिस ने उनके खिलाफ रिपोर्ट भेजी थी. यह देख वह हैरान रह गईं.
आरटीआई में मांगी प्रतिकूल रिपोर्ट: पीड़िता अंबिका द्रोणा ने बताया कि पासपोर्ट कार्यालय से पासपोर्ट नवीनीकरण का आवेदन रद्द करने की रिपोर्ट पर सबूत जुटाए. इसके लिए सूचना के अधिकार के तहत रकाबगंज थाना से प्रतिकूल रिपोर्ट की वजह पूछी. इस पर पुलिस ने जवाब दिया कि दर्ज मुकदमे के संबंध में कागजात उपलब्ध नहीं कराए गए. ऐसे में प्रतिकूल रिपोर्ट लगाया जाना गलत है.
लाइन हाजिर करके जांच के आदेश: आगरा पुलिस आयुक्त डॉ. प्रीतिंदर सिंह ने बताया कि पीड़िता की शिकायत को गंभीरता से लिया गया है. इस पर बुधवार देर शाम पुलिसकर्मी अमित कुमार और विष्णु कुमार को लाइन हाजिर कर दिया गया. इसके साथ ही इस पूरे प्रकरण की जांच के आदेश दिए गए हैं. जांच रिपोर्ट के आधार पर सख्त विभागीय कार्रवाई की जाएगी.
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