नई दिल्ली : भारत के पूर्व कप्तान कपिल देव ने टिप्पणी की है कि भारतीय टीम को विश्व कप 2023 के फाइनल में मिली हार को पीछे छोड़ देना चाहिए और भविष्य में आने वाले खेलों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए.
रविवार, 19 नवंबर को एक अरब दिल दुःख से भर गए जब ऑस्ट्रेलिया ने भारत को छह विकेट से हरा दिया और ट्रैविस हेड ने तूफानी शतक (137) के साथ लक्ष्य का पीछा किया. भारत 2013 से आईसीसी प्रतियोगिता जीतने के लिए संघर्ष कर रहा है और विपक्षी टीम के हाथों हार के बाद खिलाड़ी भावुक दिखे.
कपिल देव ने यहां एक समारोह से इतर संवाददाताओं से कहा, 'खिलाड़ियों को आगे बढ़ना होगा. मैं इस आघात को जीवन भर नहीं झेल सकता. ये फैन्स के लिए है. एक खिलाड़ी को आगे बढ़ना होता है. कड़ी मेहनत करते रहें. एक खिलाड़ी का यही तो मतलब होता है. उन्होंने वास्तव में अच्छा क्रिकेट खेला. हां, वे अंतिम बाधा पार नहीं कर सके. हम इस गलती से सीख सकते हैं कि एक खिलाड़ी का क्या मतलब होता है'.
भारतीय बल्लेबाजी इकाई संकटपूर्ण स्थिति में अच्छा प्रदर्शन करने में विफल रही जो टीम की हार का मूल कारण बनी. फाइनल में प्रवेश करने से पहले भारत लगातार 10 मैच जीतकर मजबूत स्थिति में था. उनके मौजूदा फॉर्म और घरेलू लाभ को देखते हुए खिताब जीतने की संभावना अधिक थी. हालांकि, नाजुक स्थिति में टीम के बल्लेबाज लड़खड़ा गए और इस तरह विश्व कप का खिताब उनके हाथ से फिसल गया. ऑस्ट्रेलिया ने छठी बार ICC क्रिकेट विश्व कप जीताय
भारत, जिसे 1983 विश्व कप में कमजोर माना जा रहा था, ने दो बार के चैंपियन वेस्टइंडीज को हराकर प्रतिष्ठित ट्रॉफी जीती. कपिल देव का वेस्टइंडीज के स्टार बल्लेबाज सर विव रिचर्ड्स का कैच शिखर मुकाबले का निर्णायक मोड़ था.