कोलकाता (पश्चिम बंगाल): पिछले शनिवार को भारत बनाम पाकिस्तान मैच एक नम व्यंग्य के अलावा और कुछ नहीं था. पाकिस्तानियों के कुछ सामान्य क्रिकेट के बाद हुए जबरदस्त प्रचार ने भारत को विश्व कप में सभी जीत (8-0) के रिकॉर्ड के साथ अपना स्लेट साफ रखने में मदद की. लेकिन आलीशान नरेंद्र मोदी स्टेडियम को उस रोमांचक मुकाबले से वंचित कर दिया गया जिसकी अधिकांश प्रशंसकों को उम्मीद थी.
भारत के खिलाफ मैच में खेल के सभी विभागों में पाकिस्तान के नरम आत्मसमर्पण के तुरंत बाद आलोचना शुरू हो गई. पूर्व पाकिस्तानी खिलाड़ी वसीम अकरम, वकार यूनिस आदि ने बड़े दिन पर टीम के इरादे की कड़ी आलोचना की है.
पाकिस्तान के एक अन्य पूर्व कप्तान मुश्ताक मोहम्मद, जो यूनाइटेड किंगडम के बर्मिंघम में रहते हैं, ने भी भारी हार के लिए खिलाड़ियों को दोषी ठहराया. लेकिन वह पिछले शनिवार को चिर प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ भारत के खराब प्रदर्शन के लिए कप्तान रोहित शर्मा को श्रेय देना नहीं भूले.
मुश्ताक ने ईटीवी भारत के संजीब गुहा को व्हाट्सएप टेक्स्ट के जरिए बताया, 'इसमें कोई शक नहीं कि भारत ने खेल के हर विभाग में पाकिस्तान को मात दी. इसका श्रेय रोहित शर्मा को जाना चाहिए, जिन्होंने कप्तानी पारी खेली... भारत ने अच्छा खेला'.
मुश्ताक, जो एक महीने से अधिक समय में 80 वर्ष के हो जाएंगे, काफी समय से ठीक नहीं चल रहे हैं. उम्र संबंधी बीमारियों के कारण उन्हें पिछले महीने अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन अब वह निश्चित रूप से बेहतर महसूस कर रहे हैं. इस शारीरिक स्थिति में भी, उन्होंने टीवी पर पूरा भारत-पाकिस्तान मैच देखा, बेशक अपने देशवासियों से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद की.
हालांकि, कम से कम यह तो कहा जा सकता है कि 79 वर्षीय व्यक्ति पूरी तरह से निराश था. पाकिस्तान के पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी ने कहा, 'यह कहते हुए दुख हो रहा है कि पाकिस्तान ने अपनी हार खुद रची. दो विकेट पर 155 रन बनाने के बाद उन्होंने कुछ गैरजिम्मेदाराना शॉट खेलकर खुद को निराश कर लिया. इस तरह 191 रन के निराशाजनक स्कोर पर आउट हो गए'.
बल्लेबाजी के पतन के अलावा, मुश्ताक ने उस दिन पाकिस्तान की गेंदबाजी और बॉडी लैंग्वेज पर भी उंगली उठाई. उन्होंने कहा, 'गेंदबाजी भी सामान्य लग रही थी. बॉडी लैंग्वेज भी कमजोर थी. कुल मिलाकर यह बेहद निराशाजनक प्रदर्शन था'. खुद एक हरफनमौला खिलाड़ी, मुश्ताक ने कई राइवलरी देखी हैं, जहां कड़ी लड़ाई के बाद, एक टीम जीत की ओर बढ़ी.
हालांकि, पूर्व कप्तान ने पाकिस्तानियों के लिए आगे की राह के लिए करुणा और सलाह के कुछ शब्द भी कहे. मुश्ताक ने बाबर आजम एंड कंपनी को सलाह देते हुए कहा, 'वैसे भी, पाकिस्तान के लिए इतनी चिंता करने की जरूरत नहीं है. उन्हें खुद को चुनना होगा और शेष छह मैच अधिक आत्मविश्वास और आत्म-विश्वास के साथ खेलना होगा. अगली बार के लिए शुभकामनाएं'.
यह ध्यान दिया जा सकता है कि बाबर आजम की टीम अब शुक्रवार, 20 अक्टूबर को बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में करो या मरो के मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया से भिड़ेगी. जबकि कट्टर प्रतिद्वंद्वी, पहले से ही सेमीफाइनल में जगह बनाने की कोशिश में हैं. जिसका अगला मुकाबला बांग्लादेश के खिलाफ पुणे में होगा.