नई दिल्ली : दिल्ली रुड़की रोड पर एक्सीडेंट में बुरी तरह घायल हुए ऋषभ पंत (Rishabh Pant) के स्वास्थ्य में तेजी से सुधार हो रहा है. वहीं अस्पताल में मिलने वालों के कारण डॉक्टर, परिजन और बीसीसीआई (BCCI) भी परेशान है. डॉक्टरों को चिंता है कि कहीं हालचाल जानने के लिए आने वालों के कारण पंत इंफेक्शन की चपेट में न आ जाएं. इससे उनकी रिकवरी में टाइम लग सकता है. डीडीसीए के निदेशक श्याम शर्मा (Shyam Sharma) ने भी इसको लेकर चिंता व्यक्त की है.
आईसीयू से प्राइवेट वार्ड में शिफ्ट पंत
वहीं, अस्पताल ने पंत को संक्रमण से बचाव के लिए आईसीयू से प्राइवेट वार्ड में शिफ्ट किया है. शुक्रवार सुबह 25 वर्षीय पंत की कार का एक्सीडेंट हुआ था, जिसमें कई चोटें आईं हैं. उनकी कार दिल्ली-देहरादून राजमार्ग पर डिवाइडर से टकरा गई थी और उसमें आग लग गई थी. हादसा उत्तराखंड में हरिद्वार जिले के मंगलौर और नरसन के बीच हुआ था.
डीडीसीए की एडवाइजरी
डीडीसीए निदेशक श्याम शर्मा ने बताया कि पंत अभी ठीक हैं और उनके चेहरे की चोटों, कटे हुए घावों और खरोंच को ठीक करने के लिए प्लास्टिक सर्जरी करवाई गई है. पंत के दाहिने घुटने और टखने की चोट के बारे में पूछे जाने पर शर्मा ने कहा, जहां तक घुटने के लिगामेंट और टखने की चोट का सवाल है, जब दर्द कम हो जाएगा, तब बीसीसीआई इस पर फैसला करेगा कि आगे क्या करना है.
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पंत से न मिलने की अपील
शर्मा ने मिलने आने वाले लोगों से अनुरोध किया कि वे मिलने अस्पताल न आएं क्योंकि इससे पंत को संक्रमण हो सकता है. उन्होंने कहा कि जब उनकी सेहत में सुधार होगा तब मिलने आ सकते हैं लेकिन फिलहाल उन्हें आराम की जरुरत है. उनके शुभचिंतक उसके ठीक होने के लिए प्रार्थना करें लेकिन मिलने न आएं. उन्होंने कहा कि खिलाड़ी मिलने आ सकते हैं और उसे प्रेरित कर सकते हैं. उसके दोस्त भी मिलने आ सकते हैं.
(आईएएनएस)