लाहौर: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को आतंकवाद-रोधी एक अदालत ने आतंकवाद से जुड़े तीन मामलों में शनिवार को चार अप्रैल तक अग्रिम जमानत दे दी. इमरान के खिलाफ ये मामले लाहौर पुलिस ने दर्ज किए हैं. इमरान (70) यहां आतंकवाद रोधी अदालत के समक्ष पेश हुए. इस दौरान उनके सैकड़ों समर्थक भी साथ थे. इमरान ने न्यायाधीश एजाज अहमद बुट्टर से कहा कि वह लाहौर की रेसकोर्स पुलिस द्वारा दर्ज तीन आतंकवाद मामलों की जांच में शामिल होना चाहते हैं.
अदालत के एक अधिकारी ने सुनवाई के बाद कहा, 'उन्होंने कहा कि हालांकि ये मामले फर्जी हैं, उन्हें जांच में शामिल होना है और इस उद्देश्य से वह अग्रिम जमानत के लिए अनुरोध कर रहे हैं.' अदालत ने उन्हें अग्रिम जमानत देते हुए हर सुनवाई में उपस्थित होने का निर्देश दिया. उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री को बड़ी संख्या में अपने समर्थकों को अदालत में नहीं लाने को भी कहा.
पाकिस्तान की एक अदालत ने आतंकवाद से जुड़े पांच मामलों में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को दी गई अग्रिम जमानत की अवधि शुक्रवार को 27 मार्च तक के लिए बढ़ा दी. इन पांच मामलों में से एक इस्लामाबाद में एक न्यायिक परिसर में कथित हमले से संबंधित है. सरकार के विधि अधिकारी ने इमरान की अग्रिम जमानत अवधि बढ़ाने का यह कहते हुए विरोध किया कि उन्हें इस्लामाबाद की अदालत से जमानत हासिल करनी चाहिए.
इमरान ने पिछले हफ्ते लाहौर उच्च न्यायालय में कहा था कि इस्लामाबाद की एक अदालत में पेशी के दौरान इस्लामाबाद पुलिस और फ्रंटियर कांस्टेबुलरी के जवानों ने उनकी कार पर आंसू गैस के गोले दागे थे, जिसके बाद पीटीआई कार्यकर्ताओं और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प शुरू हो गई थी.
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