बलिया: लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में कृष्णा पटेल की पार्टी अपना दल और बाबू सिंह कुशवाहा की जन अधिकार पार्टी से गठबंधन कर पिछड़े वोट बैंक वाले क्षेत्रों में अपने प्रत्याशी उतारने का फैसला लिया. इसी क्रम में बलिया की सीट भी कांग्रेस ने अपने गठबंधन की पार्टी जन अधिकार पार्टी के खाते में दे दी है.
जन अधिकार पार्टी के प्रत्याशी अमरजीत यादव मीडिया से बात करते हुए बलिया में सातवें चरण के मतदान के लिए सोमवार को नामांकन का अंतिम दिन रहा जहां जन अधिकार पार्टी के प्रत्याशी अमरजीत यादव ने नामांकन किया. बलिया, चंदौली और मछलीशहर में कांग्रेस पार्टी ने अपना प्रत्याशी नहीं उतारा है.नामांकन करने के बाद जन अधिकार पार्टी के प्रत्याशी अमरजीत यादव से जब मीडिया ने उनके पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का नाम पूछा तो वे
हक्के-बक्के रह गए. नेताजी के साथ में खड़े प्रस्तावक ने ही पीछे से कहा कि बाबू सिंह कुशवाहा राष्ट्रीय अध्यक्ष है किंतु प्रत्याशी अमरजीत यादव को कुछ और ही समझा और उन्होंने झटपट अपने बगल में खड़े सहयोगी के हाथ से फाइल छीनी और उसमें से कागजात निकाल कर किसी अजय सैनी को बताने लगे.
आपको बता दें कि जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा हैं जिनका उत्तर प्रदेश में 7 सीटों पर कांग्रेस से समझौता हुआ है. जिनमें गाजीपुर की सीट पर जन अधिकार पार्टी के प्रत्याशी कांग्रेस के सिंबल पर चुनाव लड़ रहे हैं जबकि शेष 6 जगह पर बाबू सिंह कुशवाहा की जन अधिकार पार्टी के सिंबल पर चुनाव लड़ा जाएगा.