वाराणसी: ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी मामले सहित मथुरा और अन्य हिंदू धर्मस्थलों को लेकर लगभग आधा दर्जन मुकदमों के पैरोकार विश्व वैदिक सनातन संघ के प्रमुख जितेंद्र सिंह बिसेन ने अपनी प्रॉपर्टी से संबंधित विवरण सार्वजनिक किया है. जितेंद्र सिंह बिसेन ने कहा कि उनका और पत्नी किरन सिंह बिसेन की प्रॉपर्टी को लेकर बहुत दुष्प्रचार किया जा रहा है. धर्म के लिए उनकी लड़ाई को रोकने का प्रयास किया जा रहा है. इस वजह से उन्होंने अपनी प्रॉपर्टी का विवरण सार्वजनिक करने का निर्णय लिया है. यहां तक कि उन्होंने अपनी इस लड़ाई को आगे बढ़ने के लिए अपनी एक प्रॉपर्टी को भी बेच दिया है ताकि कहीं से उन्हें फाइनेंसियल दिक्कत न हो.
जितेंद्र सिंह बिसेन ने बताया कि 28 दिसंबर 2020 तक उनके पास पैतृक और खरीदी गई संपत्ति की कीमत लगभग 15 से 17 करोड़ रुपये की है. 28 दिसंबर 2020 के बाद उन्होंने कोई प्रॉपर्टी नहीं खरीदी है. विश्व वैदिक सनातन संघ के चलाए जा रहे अभियान में किसी प्रकार की बाधा न पैदा हो इसके लिए उन्होंने अक्टूबर 2021 में दिल्ली के रोहिणी सेक्टर-4 स्थित अपना एक फ्लैट बेच दिया था. उससे मिले पैसौं को उन्होंने राष्ट्र और धर्म की सेवा में समर्पित कर दिया.
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जितेंद्र सिंह बिसेन ने बताया कि वर्तमान में बैंकों और कुछ लोगों का उन पर लगभग 60 लाख कर्ज है. यह कर्ज चुकाने के लिए एनसीआर स्थित अपनी एक प्रॉपर्टी को भी वह बेचेंगे. विश्व वैदिक सनातन संघ ने धर्म की रक्षा के लिए लड़ी जा रही लड़ाई में वह कभी अवरोध पैदा नहीं होने देंगे.
जितेंद्र सिंह बिसेन ने कहा कि हम अपने बैंक अकाउंट का विवरण भी सार्वजनिक कर रहे हैं. इससे किसी को भी यह लगता है कि हमने धर्म युद्ध के नाम पर किसी से कोई ठगी की है तो वह हमारी चल और अचल संपत्ति की जांच करा सकता है. विश्व वैदिक सनातन संघ का अकाउंट एचडीएफसी बैंक में है.
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