वाराणसी: पीएम नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी देश का सबसे प्रदूषित शहर बन गया. बीते मंगलवार को जिले का एक्यूआई 258 रहा, तो वहीं बुधवार के दिन भी एक्यूआई का लेवल हाई रहा. यूपी प्रदूषण बोर्ड के अनुसार वाराणसी के इंडेक्स लेबर बेहद ही खतरनाक है, जो कि चिंता का विषय है. वाराणसी में बढ़ते प्रदूषण को लोगों ने महसूस किया है. लोगों का कहना है कि आज सांस लेने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
स्थानीयों का कहना है कि
स्थानीय निवासी अमित कुमार ने बताया कि प्रदूषण की समस्या तो बहुत दिनों से है, क्योंकि शहर कंक्रीट का जंगल होता जा रहा है. ऐसे में प्रदूषण बहुत ही ज्यादा हमें लग रहा है. हमने अखबार के माध्यम से भी इसकी जानकारी मिली. वहीं साथ ही आज बादल होने की वजह से जो धूल है, वह पूरी तरह शहर में दिख रही है. अगर आने वाले समय में हम इंसान अभी नहीं जागे तो भविष्य और भी खतरनाक होगा.
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वायु गुणवत्ता सूचकांक की स्थिति बेहद खराब
यूपी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के असिस्टेंट वैज्ञानिक डॉ. टी.एन. सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि जो इंडेक्स आया है, वह खराब स्थिति की ओर इंगित कर रहा है. हमने प्रशासन से बात की है उसमें यह निर्णय हुआ है कि मेजर कंपोनेंट डस्ट को डीप्रेस करने के लिए जितने भी विभाग हैं अपने-अपने तरीके से कार्यवाही करेंगे.
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84% कंट्रीब्यूट रोड डस्ट वकील मोमेंट एंड रोड आर द मेजर कंट्रीब्यूटर एयर क्वालिटी प्रॉब्लम हर जगह पर सामने आया है. बनारस में प्रदूषण बढ़ने का प्रमुख कारण मौसम में थोड़ी नमी आना है, जिससे डस्ट ऊपर उठ नहीं पा रहा है.