मथुरा: प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की भर्ती में हुए घोटाले के मामले में निलंबित प्रधानाध्यापक की बहाली की मांग को लेकर बीएसए कार्यालय पर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल चौथे दिन भी जारी रही. निलंबित बेसिक शिक्षक संघर्ष समिति के लोगों ने कहा कि शिक्षक भर्ती में जॉइनिंग अधिकारियों के निर्देश पर ही कराई गई थी. इसमें उनका कोई दोष नहीं है निलंबित प्रधानाध्यापक एवं प्रभारी प्रधानाध्यापक बेवजह निलंबन की मार झेल रहे हैं.
शिक्षक भर्ती घोटाले में निलंबित किए जा चुके पूर्व माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य बहाली की मांग कर रहे हैं. इस मांग को लेकर प्रधानाध्यापकों का प्रतिनिधिमंडल बीएसए कार्यालय पर बुधवार से भूख हड़ताल पर बैठा हुआ है. शिक्षक भर्ती घोटाले में निलंबित किए गए प्रधानाध्यापक एक हफ्ते से बीएसए कार्यालय पर अपना धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. लेकिन सुनवाई न होने से बुधवार से इनका धरना प्रदर्शन भूख हड़ताल में बदल गया.
प्रधानाध्यापकों की मांग है कि जब तक हमारी बहाली नहीं हो जाती तब तक हमारी अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल चलती रहेगी. वहीं बीएसए चंद्रशेखर का कहना है कि यह दबाव की राजनीति है येदबाव डालकर अपनी नियुक्ति कराना चाहते हैं.