लखनऊ : महापौर संयुक्ता भाटिया का गुरुवार को औचक निरीक्षण पर निकलना नगर निगम के अधिकारियों को महंगा पड़ गया. औचक निरीक्षण के दौरान अधिकारियों की लापरवाही देख महापौर जमकर बरसीं. उन्होंने कुछ अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई तक के आदेश जारी कर दिए.
महापौर संयुक्ता भाटिया ने गुरुवार को जानकीपुरम द्वितीय वार्ड के इंजीनियरिंग कॉलेज चौराहा, सेक्टर-जी, सेक्टर-आई, एफ और एच में सफाई कार्य का औचक निरीक्षण किया. अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए. इस दौरान कई मोहल्लों में नालियों में घास देखकर महापौर ने एसएफआई सुनील वर्मा को कड़ी फटकार लगाई. सुपरवाइजर ब्रजेश और मोहित को हटाने के निर्देश दिए.
महापौर संयुक्ता भाटिया इंजीनियरिंग कॉलेज चौराहे से होते हुए सेक्टर-जी पहुंचीं और वहां नाला सफाई का निरीक्षण किया. नाला तलहटी तक साफ मिला. इसके पश्चात महापौर संयुक्ता भाटिया ने सेक्टर-एफ, आई और एच में सफाई कार्य का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान महापौर को समस्त क्षेत्रों में नालियों पर बड़ी-बड़ी घास नजर आई. इस पर महापौर ने एसएफआई सुनील वर्मा को कड़ी फटकार लगाते हुए कारण बताओ नोटिस जारी करने के लिए जोनल सेनेटरी अफसर आशीष बाजपेयी को निर्देश दिए. साथ ही, महापौर ने संबंधित सुपरवाइजरों ब्रजेश और मोहित को हटाने के लिए भी निर्देशित किया.
निरीक्षण के दौरान महापौर संयुक्ता भाटिया संग पार्षद प्रतिनिधि दीपक मिश्रा, राकेश, जोनल सेनेटरी अफसर आशीष बाजपेयी, एसएफआई सुनील वर्मा, सहायक अभियंता आलोक मिश्रा, अवर अभियंता बिनोद पाठक सहित अन्य जन मौजूद रहे.
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महापौर संयुक्ता भाटिया ने बताया कि उनकी तरफ से लगातार औचक निरीक्षण कर बारिश से पहले शहर भर के नालों की सफाई सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग, आरआर विभाग और इंजीनियरिंग विभाग के बीच नालों की सफाई की जिम्मेदारी बची हुई है. इस बार तीनों विभागों की जिम्मेदारी तय कर रखी है. तीनों की अलग-अलग जवाबदेही है. उनकी पूरी कोशिश है कि सभी नालों की ठीक से सफाई की जा सके ताकि बारिश में लोगों को जलभराव जैसी समस्याओं से निजात मिल सके.
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