ETV Bharat / city

'स्वतंत्रता सप्ताह' व 'हर घर तिरंगा' अभियान को लेकर खास तैयारी, सीएम ने दिये ये निर्देश

बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत संस्कृति विभाग द्वारा स्थापित किये जा रहे सामुदायिक रेडियो 'जयघोष' के थीम सांग को लांच किया. साथ ही, 'हर घर तिरंगा' कार्यक्रम के पोस्टर का विमोचन भी किया.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
author img

By

Published : Jul 11, 2022, 11:17 PM IST

लखनऊ : आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत 'स्वतंत्रता सप्ताह' व 'हर घर तिरंगा' अभियान के आयोजन के सम्बंध में कार्यकारी समिति की बैठक की गई. इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिशा-निर्देश दिए. सोमवार को हुई एक उच्चस्तरीय बैठक में सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से आगामी 11 से 17 अगस्त की अवधि को 'स्वतंत्रता सप्ताह' के रूप में आयोजित किया जाना है. यह विशेष अवसर है. इसके अंतर्गत 'हर घर तिरंगा' का विशेष आयोजन किया जाए. इसमें हर प्रदेशवासी को सहभाग करना चाहिए. अमीर-गरीब का भेद मिटाकर सभी लोग इस आयोजन से जुड़ें.

उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य हो कि स्वतंत्रता सप्ताह के दौरान कम से कम 2 करोड़ 68 लाख घरों, सभी 50 लाख सरकारी, गैर सरकारी कार्यालयों और वाणिज्यिक-औद्योगिक इकाइयों व प्रतिष्ठानों पर ध्वजारोहण हो. कहा कि 'हर घर तिरंगा' राष्ट्रीय गौरव का आयोजन है. लोग अपने फहराए तिरंगे के साथ सेल्फी लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर सकते हैं. उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले जिलों को पुरस्कृत किया जाएगा. प्रचार-प्रसार के लिए एनसीसी व अन्य स्वयंसेवी संगठनों द्वारा तिरंगा यात्रा निकाली जाए. स्कूलों में स्लोगन व निबंध प्रतियोगिता कराई जाए. स्कूली बच्चों की प्रभात फेरी निकाल कर आयोजन के बारे में लोगों को जानकारी दी जाए. प्रचार-प्रसार के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों का सहयोग लें. सीएम ने कहा कि झंडा गीत 'झंडा ऊंचा रहे हमारा' के रचयिता श्यामलाल गुप्त 'पार्षद' कानपुर के ही निवासी थे. इस गीत की प्रतियां आमजन को उपलब्ध कराई जाएं.


सीएम ने दिए ये निर्देश

- 11 से 17 अगस्त तक "स्वतंत्रता सप्ताह" के दौरान हर दिन अलग-अलग कार्यक्रम तैयार किए जाएं. पहले दिन स्कूलों में झंडा गीत का गायन हो. इसी प्रकार दूसरे दिन हर गांव में पौधारोपण हो. नुक्कड़ नाटक कराये जाएं. ग्राम सचिवालयों का शहीदों व स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के नाम पर नामकरण किया जाना चाहिए. इसी प्रकार परिषदीय विद्यालयों में नन्हें-मुन्ने बच्चों की प्रभात फेरी आयोजित हो. राष्ट्रभक्ति के गीत व कविताओं की प्रतियोगिता कराई जाए. स्वतंत्रता दिवस के दिन हर बच्चे के हाथ में राष्ट्रध्वज होना चाहिए. हर बच्चे को मिष्ठान्न जरूर मिले. इसी प्रकार, सप्ताह के हर दिन के लिए अलग-अलग कार्यक्रम तय करें.


- प्रत्येक विकास खंड में 75-75 पीआरडी जवान तिरंगा लिए साइकिल रैली निकालें. स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पूर्व मंगल दलों द्वारा मैराथन का आयोजन होना चाहिए. हर कृषि विज्ञान केंद्र पर न्यूनतम 75 किसान को पौधा और तिरंगा भेंट किया जाए.


- आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को अमृत महोत्सव से जोड़ें. बच्चों को राष्ट्रगीत व राष्ट्रगान याद कराया जाए. स्वतंत्रता सप्ताह के दौरान आंगनबाड़ी केंद्रों पर ध्वजारोहण किया जाए.


- स्वतंत्रता सप्ताह की अवधि में हर शहीद स्मारक पर प्रत्येक दिन कम से कम आधा घंटा पुलिस बैंड द्वारा राष्ट्र भक्ति गीतों का वादन हो. स्वतंत्रता दिवस के दिन शहीदों व स्वतंत्रता सेनानियों के परिजनों को सम्मानित किया जाए.


- आजादी के गुमनाम नायकों की पहचान कर नई पीढ़ी से परिचित कराया जाए. शोधार्थियों के माध्यम से इनकी खोज, चिन्हीकरण, पहचान कराई जाए.


- 'हर घर तिरंगा' महायोजन से आम जन को जोड़ने के लिए व्यापक जागरूकता बढ़ानी होगी. लोगों को झंडा आसानी से उपलब्ध कराने के लिए राशन की दुकानों, ग्राम पंचायत भवनों, जनसेवा केंद्रों, तहसील, ब्लॉक मुख्यालयों, प्राथमिक विद्यालयों, आंगनबाड़ी केंद्रों, पेट्रोल पंप, एलपीजी सेंटरों, जिलों के विकास भवन, नगर निगम, नगर पालिका, अर्बन लोकल बॉडी, डूडा, विकास प्राधिकरण, सिविल डिफेंस आदि से वितरण कराया जाए. रेजिडेंट वेलफेयर सोसाइटी, निगम पार्षद, बीट कॉन्स्टेबल, शिक्षामित्र आदि के माध्यम से भी घरों में वितरण कराया जा सकता है. जिलाधिकारी इन कार्यक्रमों की निगरानी करेंगे.

- जागरूकता प्रसार के लिए परिवहन विभाग द्वारा प्रत्येक बस स्टैंड पर झंडा फहराने की उद्घोषणा की जाए. प्रिंट इलेक्ट्रॉनिक व सोशल मीडिया, आकाशवाणी, दूरदर्शन के माध्यम से, स्वास्थ्य केंद्रों, स्कूलों, उचित दर की दुकानों, पुलिस थानों, कम्युनिटी रेडियो आदि के माध्यम से लोगों को कार्यक्रम की जानकारी दी जाए.


- युवक मंगल दलों सहित स्वयंसेवा समूहों के माध्यम से तिरंगा स्वयंसेवक बनाये जाएं. प्रत्येक तिरंगा स्वयसेवक कम से कम 5 घरों को तिरंगा फहराने के लिए प्रेरित करे.


- युवाओं के लिए सेल्फी विद तिरंगा जैसे रुचिकर कार्यक्रम होने चाहिए. स्वतंत्रता सप्ताह की अवधि में हर सरकारी कार्यालय और शहीद स्मारक पर तिरंगे की आकर्षक लाइटिंग हो.


- गांव और शहर में स्वच्छता अभियान चलना चाहिए. पार्कों को सजाएं. हमें बड़ी संख्या में ध्वज तैयार करने हैं. ऐसे में समय का ध्यान रखना होगा. समय से पर्याप्त राष्ट्राध्वज तैयार करने होंगे. इसके लिए स्वयं सहायता समूहों, एनजीओ, खादी एवं ग्राम उद्योग, निजी सिलाई केंद्रों का सहयोग लिया जाए. 2 करोड़ झंडा एमएसएमई के माध्यम से और 1.18 करोड़ स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से तैयार कराने का लक्ष्य लेकर कार्य किया जाए.


- यह सुनिश्चित किया जाए कि राष्ट्रध्वज संशोधित झंडा संहिता 2021 के अनुसार ही तैयार हों. राष्ट्रध्वज हमारी 'अस्मिता' का प्रतीक है. हमारी 'आन बान शान' का प्रतीक है. अतः राष्ट्रध्वज संहिता के अनुरूप ध्वजारोहण में नियमों का कड़ाई से अनुपालन किया जाए. सरकारी कार्यालयों पर यथासंभव खादी निर्मित राष्ट्रध्वज फहराए जाने चाहिए.


- देश की स्वाधीनता के 75 वर्ष पूर्ण होने पर प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में विगत वर्ष 12 मार्च 2021 को 'अमृत महोत्सव' का शुभारंभ हुआ. इस 'राष्ट्रोत्सव' के तहत अब तक प्रदेश में 3,500 से अधिक कार्यक्रम आयोजित हो चुके हैं, जिनमें 4.5 करोड़ से अधिक लोगों ने सहभाग किया है.


- वरिष्ठ साहित्यकारों, लेखकों, गीतकारों के सहयोग से आजादी की लड़ाई, तिरंगा की यात्रा के बारे में लेखन कराया जाना चाहिए. हिंदी संस्थान के प्रेक्षागृह को आकर्षक स्वरूप दिए जाने का कार्य यथाशीघ्र पूर्ण करा लिया जाए.


- आगामी 19 जुलाई को बलिया में शहीद मंगल पांडेय की जयंती, 23 जुलाई को उन्नाव में शहीद चंद्रशेखर आजाद जयंती समारोह, 20 जुलाई को कारगिल विजय दिवस, 9 अगस्त को काकोरी ट्रेन एक्शन की वर्षगांठ पर विशेष आयोजन किये जाएं. 19 अगस्त को बलिया में चित्तू पांडेय के नेतृत्व में स्वतंत्र सरकार के गठन की स्मृति में विशिष्ट आयोजन कराये जाएं.

ये भी पढ़ें : अफसरों की लापरवाही, 46 हजार से अधिक मृतक किसानों के खाते में भेज दी गई निधि, अब होगा ये काम

- इन अवसरों पर राजकीय अभिलेखागार द्वारा अभिलेख प्रदर्शनी, विद्यालयों में प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, राज्य ललित कला अकादमी द्वारा चित्रकला शिविर, नुक्कड़ नाटकों का आयोजन, विद्यालयों में स्वच्छता अभियान आधारित कवि सम्मेलन, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की वेश भूषा में सुसज्जित बच्चों की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाना चाहिए. बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत संस्कृति विभाग द्वारा स्थापित किये जा रहे सामुदायिक रेडियो 'जयघोष' के थीम सांग को लांच किया. साथ ही, 'हर घर तिरंगा' कार्यक्रम के पोस्टर का विमोचन भी किया.


ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

लखनऊ : आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत 'स्वतंत्रता सप्ताह' व 'हर घर तिरंगा' अभियान के आयोजन के सम्बंध में कार्यकारी समिति की बैठक की गई. इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिशा-निर्देश दिए. सोमवार को हुई एक उच्चस्तरीय बैठक में सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से आगामी 11 से 17 अगस्त की अवधि को 'स्वतंत्रता सप्ताह' के रूप में आयोजित किया जाना है. यह विशेष अवसर है. इसके अंतर्गत 'हर घर तिरंगा' का विशेष आयोजन किया जाए. इसमें हर प्रदेशवासी को सहभाग करना चाहिए. अमीर-गरीब का भेद मिटाकर सभी लोग इस आयोजन से जुड़ें.

उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य हो कि स्वतंत्रता सप्ताह के दौरान कम से कम 2 करोड़ 68 लाख घरों, सभी 50 लाख सरकारी, गैर सरकारी कार्यालयों और वाणिज्यिक-औद्योगिक इकाइयों व प्रतिष्ठानों पर ध्वजारोहण हो. कहा कि 'हर घर तिरंगा' राष्ट्रीय गौरव का आयोजन है. लोग अपने फहराए तिरंगे के साथ सेल्फी लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर सकते हैं. उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले जिलों को पुरस्कृत किया जाएगा. प्रचार-प्रसार के लिए एनसीसी व अन्य स्वयंसेवी संगठनों द्वारा तिरंगा यात्रा निकाली जाए. स्कूलों में स्लोगन व निबंध प्रतियोगिता कराई जाए. स्कूली बच्चों की प्रभात फेरी निकाल कर आयोजन के बारे में लोगों को जानकारी दी जाए. प्रचार-प्रसार के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों का सहयोग लें. सीएम ने कहा कि झंडा गीत 'झंडा ऊंचा रहे हमारा' के रचयिता श्यामलाल गुप्त 'पार्षद' कानपुर के ही निवासी थे. इस गीत की प्रतियां आमजन को उपलब्ध कराई जाएं.


सीएम ने दिए ये निर्देश

- 11 से 17 अगस्त तक "स्वतंत्रता सप्ताह" के दौरान हर दिन अलग-अलग कार्यक्रम तैयार किए जाएं. पहले दिन स्कूलों में झंडा गीत का गायन हो. इसी प्रकार दूसरे दिन हर गांव में पौधारोपण हो. नुक्कड़ नाटक कराये जाएं. ग्राम सचिवालयों का शहीदों व स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के नाम पर नामकरण किया जाना चाहिए. इसी प्रकार परिषदीय विद्यालयों में नन्हें-मुन्ने बच्चों की प्रभात फेरी आयोजित हो. राष्ट्रभक्ति के गीत व कविताओं की प्रतियोगिता कराई जाए. स्वतंत्रता दिवस के दिन हर बच्चे के हाथ में राष्ट्रध्वज होना चाहिए. हर बच्चे को मिष्ठान्न जरूर मिले. इसी प्रकार, सप्ताह के हर दिन के लिए अलग-अलग कार्यक्रम तय करें.


- प्रत्येक विकास खंड में 75-75 पीआरडी जवान तिरंगा लिए साइकिल रैली निकालें. स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पूर्व मंगल दलों द्वारा मैराथन का आयोजन होना चाहिए. हर कृषि विज्ञान केंद्र पर न्यूनतम 75 किसान को पौधा और तिरंगा भेंट किया जाए.


- आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को अमृत महोत्सव से जोड़ें. बच्चों को राष्ट्रगीत व राष्ट्रगान याद कराया जाए. स्वतंत्रता सप्ताह के दौरान आंगनबाड़ी केंद्रों पर ध्वजारोहण किया जाए.


- स्वतंत्रता सप्ताह की अवधि में हर शहीद स्मारक पर प्रत्येक दिन कम से कम आधा घंटा पुलिस बैंड द्वारा राष्ट्र भक्ति गीतों का वादन हो. स्वतंत्रता दिवस के दिन शहीदों व स्वतंत्रता सेनानियों के परिजनों को सम्मानित किया जाए.


- आजादी के गुमनाम नायकों की पहचान कर नई पीढ़ी से परिचित कराया जाए. शोधार्थियों के माध्यम से इनकी खोज, चिन्हीकरण, पहचान कराई जाए.


- 'हर घर तिरंगा' महायोजन से आम जन को जोड़ने के लिए व्यापक जागरूकता बढ़ानी होगी. लोगों को झंडा आसानी से उपलब्ध कराने के लिए राशन की दुकानों, ग्राम पंचायत भवनों, जनसेवा केंद्रों, तहसील, ब्लॉक मुख्यालयों, प्राथमिक विद्यालयों, आंगनबाड़ी केंद्रों, पेट्रोल पंप, एलपीजी सेंटरों, जिलों के विकास भवन, नगर निगम, नगर पालिका, अर्बन लोकल बॉडी, डूडा, विकास प्राधिकरण, सिविल डिफेंस आदि से वितरण कराया जाए. रेजिडेंट वेलफेयर सोसाइटी, निगम पार्षद, बीट कॉन्स्टेबल, शिक्षामित्र आदि के माध्यम से भी घरों में वितरण कराया जा सकता है. जिलाधिकारी इन कार्यक्रमों की निगरानी करेंगे.

- जागरूकता प्रसार के लिए परिवहन विभाग द्वारा प्रत्येक बस स्टैंड पर झंडा फहराने की उद्घोषणा की जाए. प्रिंट इलेक्ट्रॉनिक व सोशल मीडिया, आकाशवाणी, दूरदर्शन के माध्यम से, स्वास्थ्य केंद्रों, स्कूलों, उचित दर की दुकानों, पुलिस थानों, कम्युनिटी रेडियो आदि के माध्यम से लोगों को कार्यक्रम की जानकारी दी जाए.


- युवक मंगल दलों सहित स्वयंसेवा समूहों के माध्यम से तिरंगा स्वयंसेवक बनाये जाएं. प्रत्येक तिरंगा स्वयसेवक कम से कम 5 घरों को तिरंगा फहराने के लिए प्रेरित करे.


- युवाओं के लिए सेल्फी विद तिरंगा जैसे रुचिकर कार्यक्रम होने चाहिए. स्वतंत्रता सप्ताह की अवधि में हर सरकारी कार्यालय और शहीद स्मारक पर तिरंगे की आकर्षक लाइटिंग हो.


- गांव और शहर में स्वच्छता अभियान चलना चाहिए. पार्कों को सजाएं. हमें बड़ी संख्या में ध्वज तैयार करने हैं. ऐसे में समय का ध्यान रखना होगा. समय से पर्याप्त राष्ट्राध्वज तैयार करने होंगे. इसके लिए स्वयं सहायता समूहों, एनजीओ, खादी एवं ग्राम उद्योग, निजी सिलाई केंद्रों का सहयोग लिया जाए. 2 करोड़ झंडा एमएसएमई के माध्यम से और 1.18 करोड़ स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से तैयार कराने का लक्ष्य लेकर कार्य किया जाए.


- यह सुनिश्चित किया जाए कि राष्ट्रध्वज संशोधित झंडा संहिता 2021 के अनुसार ही तैयार हों. राष्ट्रध्वज हमारी 'अस्मिता' का प्रतीक है. हमारी 'आन बान शान' का प्रतीक है. अतः राष्ट्रध्वज संहिता के अनुरूप ध्वजारोहण में नियमों का कड़ाई से अनुपालन किया जाए. सरकारी कार्यालयों पर यथासंभव खादी निर्मित राष्ट्रध्वज फहराए जाने चाहिए.


- देश की स्वाधीनता के 75 वर्ष पूर्ण होने पर प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में विगत वर्ष 12 मार्च 2021 को 'अमृत महोत्सव' का शुभारंभ हुआ. इस 'राष्ट्रोत्सव' के तहत अब तक प्रदेश में 3,500 से अधिक कार्यक्रम आयोजित हो चुके हैं, जिनमें 4.5 करोड़ से अधिक लोगों ने सहभाग किया है.


- वरिष्ठ साहित्यकारों, लेखकों, गीतकारों के सहयोग से आजादी की लड़ाई, तिरंगा की यात्रा के बारे में लेखन कराया जाना चाहिए. हिंदी संस्थान के प्रेक्षागृह को आकर्षक स्वरूप दिए जाने का कार्य यथाशीघ्र पूर्ण करा लिया जाए.


- आगामी 19 जुलाई को बलिया में शहीद मंगल पांडेय की जयंती, 23 जुलाई को उन्नाव में शहीद चंद्रशेखर आजाद जयंती समारोह, 20 जुलाई को कारगिल विजय दिवस, 9 अगस्त को काकोरी ट्रेन एक्शन की वर्षगांठ पर विशेष आयोजन किये जाएं. 19 अगस्त को बलिया में चित्तू पांडेय के नेतृत्व में स्वतंत्र सरकार के गठन की स्मृति में विशिष्ट आयोजन कराये जाएं.

ये भी पढ़ें : अफसरों की लापरवाही, 46 हजार से अधिक मृतक किसानों के खाते में भेज दी गई निधि, अब होगा ये काम

- इन अवसरों पर राजकीय अभिलेखागार द्वारा अभिलेख प्रदर्शनी, विद्यालयों में प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, राज्य ललित कला अकादमी द्वारा चित्रकला शिविर, नुक्कड़ नाटकों का आयोजन, विद्यालयों में स्वच्छता अभियान आधारित कवि सम्मेलन, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की वेश भूषा में सुसज्जित बच्चों की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाना चाहिए. बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत संस्कृति विभाग द्वारा स्थापित किये जा रहे सामुदायिक रेडियो 'जयघोष' के थीम सांग को लांच किया. साथ ही, 'हर घर तिरंगा' कार्यक्रम के पोस्टर का विमोचन भी किया.


ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.