लखनऊ : केजीएमयू में मरीजों को बीमारियों से बचाने के लिए जल्द ही नया संक्रामक रोग अस्पताल बनेगा. यह छह मंजिला अस्पताल होगा. अब मरीज को एक ही छत के नीचे सभी सुविधाएं उपलब्ध होंगी. स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक की मौजूदगी में इसे सैद्धांतिक रूप से हरी झंडी दे दी गई है. अस्पताल में मरीजों को भर्ती करने के लिए 155 बेड होंगे.
प्रदेश में कोविड का पहला मरीज केजीएमयू में ही भर्ती हुआ था. संक्रमण बढ़ा तो यहां करीब एक हजार बेड पर मरीजों को भर्ती किया गया. इसी दौरान संक्रामक रोग अस्पताल बनाने का प्रस्ताव तैयार किया गया. मेडिसिन विभाग में चल रही संक्रामक रोग यूनिट को विभाग के रूप में बदलने की तैयारी थी. फिलहाल अभी संक्रामक रोग अस्पताल को मंजूरी दी गई है. एनेक्सी में प्रस्तुतीकरण के बाद ब्रजेश पाठक ने परियोजना पर सैद्धांतिक सहमति देते हुए कार्रवाई बढ़ाने का निर्देश दिया. इस अस्पताल में स्वाइन फ्लू, स्क्रब टाइफस, कोविड सहित अन्य संक्रामक बीमारियों के मरीजों को भर्ती किया जाएगा.
केजीएमयू में संक्रामक रोग अस्पताल बनने से मरीजों के उपचार के साथ ही संक्रामक बीमारियों पर शोध को बढ़ावा मिलेगा. विभिन्न बीमारियों में वायरस के नए वैरिएंट को लेकर काम किया जा सकेगा. संक्रामक रोग नियंत्रण को लेकर नए कोर्स भी शुरू किए जा सकेंगे.
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केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह ने बताया कि संक्रामक रोग अस्पताल जगत नारायण रोड स्थित केजीएमयू की आवंटित जमीन पर 200 करोड़ की लागत से तैयार हो रहा है. इसमें ऑपरेशन थिएटर सहित अन्य सुविधाएं होंगी. यहां प्रदेशभर के जिला अस्पतालों से रेफर होने वाले संक्रामक बीमारियों के मरीजों को भर्ती किया जाएगा.
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