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जेई का रिश्वत मांगने का ऑडियो वायरल : 20 हजार दो तो आगे बढ़ेगी फाइल, अधिकारियों को भी देना होता है हिस्सा - बिजली विभाग

ऑडियो में बिजली विभाग का जूनियर इंजीनियर उपभोक्ता से एसडीओ और एक्सईएन के नाम पर धनउगाही की बात कर रहा है.

शक्ति भवन
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Published : May 28, 2022, 10:53 PM IST

लखनऊ : बिजली विभाग के अधिकारियों के भ्रष्टाचार पर लगातार प्रबंधन कार्रवाई कर रहा है. बावजूद इसके अधिकारी हैं कि सुधरने का नाम ही नहीं ले रहे हैं. बिना रिश्वत लिए फाइल आगे बढ़ाना तो दूर छूते तक नहीं हैं. बख्शी का तालाब बिजलीघर के एक जूनियर इंजीनियर का रिश्वत मांगने का ऑडियो वायरल हुआ है. इसमें उपभोक्ता से जूनियर इंजीनियर साफ़ तौर पर कह रहे हैं कि 20 हजार दो तभी फाइल आगे बढ़ेगी. ऊपर तक पहुंचाना होता है. अब ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि बिजली विभाग में बिना पैसे काम हो भी तो कैसे? हालांकि ईटीवी भारत इस ऑडियो की पुष्टि नहीं करता है.

ऑडियो में बिजली विभाग का जूनियर इंजीनियर उपभोक्ता से एसडीओ और एक्सईएन के नाम पर धनउगाही की बात कर रहा है. चेकिंग के दौरान जेई एफआईआर की धमकी देकर गरीब से ₹20,000 वसूलने की बात कह रहा है. बीकेटी के बोरामऊ पावर स्टेशन में तैनात जेई ओम प्रकाश के वायरल ऑडियो के बाद विभाग अब कार्रवाई की तैयारी कर रहा है. वायरल ऑडियो में उपभोक्ता जेई से बात करते हुए कह रहा है कि आप पावर हाउस में हैं तो मैं आ जाऊं. जेई रविवार की बात कहकर इनकार करते हैं. कल आने की बात कहते हैं. उपभोक्ता कहता है कि कुछ व्यवस्था कर लें तभी आपसे मिलें.

ये भी पढ़ें : पावर काॅरपोरेशन के चेयरमैन का एक्शन, सेवा से बर्खास्त किए गए एक्सईएन

जेई कहते हैं कि व्यवस्था करके आओ. वह कहते हैं कि ₹10,000 की व्यवस्था कर लें तो जेई कहते हैं, हां कर लो. आगे तक बढ़ाना पड़ता है. एसडीओ को देना होता है, एक्सईएन को देना होता है. एसई तक पैसा पहुंचता है. मैंने 20 हजार बताया था 10 हजार से काम नहीं चलेगा. 10,000 की अभी व्यवस्था कर दो बाकी 10000 की एक सप्ताह बाद कर देना. मेहनत लगती है फाइल अधिकारी के पास तक ले जाने में. उसके बाद ही कुछ हो पाएगा. जैसे हो पैसे की व्यवस्था कर दो काम तो हो ही जाएगा. एस्टीमेट बन जाएगा. कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन 20,000 से नीचे में काम नहीं चलेगा. उपभोक्ता 10 हजार से ₹15,000 देने की बात कर रहा है लेकिन जूनियर इंजीनियर 20,000 के नीचे आने को तैयार नहीं.

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लखनऊ : बिजली विभाग के अधिकारियों के भ्रष्टाचार पर लगातार प्रबंधन कार्रवाई कर रहा है. बावजूद इसके अधिकारी हैं कि सुधरने का नाम ही नहीं ले रहे हैं. बिना रिश्वत लिए फाइल आगे बढ़ाना तो दूर छूते तक नहीं हैं. बख्शी का तालाब बिजलीघर के एक जूनियर इंजीनियर का रिश्वत मांगने का ऑडियो वायरल हुआ है. इसमें उपभोक्ता से जूनियर इंजीनियर साफ़ तौर पर कह रहे हैं कि 20 हजार दो तभी फाइल आगे बढ़ेगी. ऊपर तक पहुंचाना होता है. अब ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि बिजली विभाग में बिना पैसे काम हो भी तो कैसे? हालांकि ईटीवी भारत इस ऑडियो की पुष्टि नहीं करता है.

ऑडियो में बिजली विभाग का जूनियर इंजीनियर उपभोक्ता से एसडीओ और एक्सईएन के नाम पर धनउगाही की बात कर रहा है. चेकिंग के दौरान जेई एफआईआर की धमकी देकर गरीब से ₹20,000 वसूलने की बात कह रहा है. बीकेटी के बोरामऊ पावर स्टेशन में तैनात जेई ओम प्रकाश के वायरल ऑडियो के बाद विभाग अब कार्रवाई की तैयारी कर रहा है. वायरल ऑडियो में उपभोक्ता जेई से बात करते हुए कह रहा है कि आप पावर हाउस में हैं तो मैं आ जाऊं. जेई रविवार की बात कहकर इनकार करते हैं. कल आने की बात कहते हैं. उपभोक्ता कहता है कि कुछ व्यवस्था कर लें तभी आपसे मिलें.

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जेई कहते हैं कि व्यवस्था करके आओ. वह कहते हैं कि ₹10,000 की व्यवस्था कर लें तो जेई कहते हैं, हां कर लो. आगे तक बढ़ाना पड़ता है. एसडीओ को देना होता है, एक्सईएन को देना होता है. एसई तक पैसा पहुंचता है. मैंने 20 हजार बताया था 10 हजार से काम नहीं चलेगा. 10,000 की अभी व्यवस्था कर दो बाकी 10000 की एक सप्ताह बाद कर देना. मेहनत लगती है फाइल अधिकारी के पास तक ले जाने में. उसके बाद ही कुछ हो पाएगा. जैसे हो पैसे की व्यवस्था कर दो काम तो हो ही जाएगा. एस्टीमेट बन जाएगा. कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन 20,000 से नीचे में काम नहीं चलेगा. उपभोक्ता 10 हजार से ₹15,000 देने की बात कर रहा है लेकिन जूनियर इंजीनियर 20,000 के नीचे आने को तैयार नहीं.

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