भदोही: शनिवार को अपर पुलिस महानिदेशक वाराणसी ने पूर्व विधायक विजय मिश्र का बेटे विष्णु मिश्र पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया था. विष्णु मिश्र दो साल से फरार चल रहा था. उसके खिलाफ गोपीगंज कोतवाली में रिश्तेदार की फर्म एवं भवन हड़पने और सामूहिक दुष्कर्म के मामले दर्ज है.
गोपीगंज के कौलापुर निवासी कृष्णमोहन तिवारी की फर्म एवं भवन हड़पने के आरोप में अगस्त 2020 में पूर्व विधायक विजय मिश्र और उनकी पत्नी पूर्व एमएलसी रामलली मिश्र के अलावा बेटे विष्णु मिश्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. इसके साथ ही सितंबर 2020 में वाराणसी की गायिका ने पूर्व विधायक के अलावा विष्णु मिश्र और नाती विकास मिश्र के खिलाफ गोपीगंज कोतवाली में सामूहिक दुष्कर्म के आरोप में केस दर्ज किया गया था.
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रेड कार्नर नोटिस हुई थी जारी: पूर्व विधायक तो जेल में हैं लेकिन विष्णु मिश्र फरार चल रहा था . मामले की विवेचना वाराणसी एसटीएफ सौंपी गई थी. विदेश न भागने पाए इसलिए रेड कार्नर नोटिस भी जारी की जा चुकी है. भदोही पुलिस की ओर से 25 हजार का इनाम घोषित किया गया था. इसके बाद भी उसकी गिरफ्तारी नहीं की जा सकी . 22 जुलाई को अपर पुलिस महानिदेशक वाराणसी जोन की ओर से फरार चल रहे विष्णु मिश्रा पर एक लाख का इनाम घोषित किया था.
पिछले साल अल्लापुर स्थित विजय मिश्र के बंगले को भी पीडीए के बुलडोजर ने ध्वस्त कर दिया था. बता दें कि प्रयागराज के हंडिया थाना क्षेत्र के खपटिहां गांव के मूल निवासी विजय मिश्र ज्ञानपुर से लगातार चार बार विधायक रहे थे.
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