लखनऊ: दीपावली का त्योहार नजदीक आते ही राजधानी लखनऊ के मलिहाबाद क्षेत्र में पटाखों का कारोबार शुरू हो चुका है. जिसे देखते हुए एसडीएम अजय कुमार राय और इंस्पेक्टर फायर ब्रिगेड चिरंजीव मोहन की टीम ने पटाखा दुकानों की जांच कर दुकानदारों को सुरक्षा उपायों को अपनाने के प्रति जागरुक किया.
लाइसेंस धारक दुकानदार की कर सकेंगे पटाखे का कारोबार
पूरे क्षेत्र में पांच पटाखा फैक्ट्रियों के पास लाइसेंस है. इनमें से 3 लाइसेंस धारक फैक्ट्रियां मलिहाबाद और 2 लाइसेंस धारक फैक्ट्रियां रहीमाबाद में है. शुक्रवार को एसडीएम अजय कुमार राय ने फोर्स के साथ पहुंचकर पटाखा दुकानदारों के लाइसेंस सहित अन्य सुरक्षा के इंतजामों का भौतिक सत्यापन किया. इसके साथ ही उन्होंने फटाखा फैक्टियों और दुकानदारों को जागरूक करते हुए सावधानी बरतने के निर्देश दिए.
'रेडीमेड पटाखों का होता है कारोबार, हैंडमेड पटाखों का दायरा सिकुड़ा'
दुकानदारों के अनुसार ज्यादातर वे रेडीमेड पटाखे लाकर बिक्री करते हैं और अपनी दुकानों के अलावा बनाने का कारोबार बस्ती से दूर करते है. जबकि क्षेत्र के आतिशबाज यहां पर सिर्फ महताब,अनार ही मुख्य रूप से बनाते हैं. दिवाली के समय थोड़े बहुत पटाखे बनाते हैं, लेकिन मलिहाबाद में अधिकतर दुकानों पर रेडीमेड पटाखे लखनऊ से लाकर बिक्री किए जाते हैं.
'अग्निशमन उपकरण रखकर करते हैं पटाखों कारोबार'
दुकानदारों के मुताबिक, पटाखों में बारूद भरा होने के कारण वो अग्निशमन उपकरण भी दुकान में रखते हैं. जिससे किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर फौरन काबू पाया जा सके. फिलहाल क्षेत्र में पिछले कई वर्षो में कोई हादसा नही हुआ है.
कोविड काल मे सिकुड़ा पटाखों का कारोबार
कोविड के दौर में शादी बारात में भी पटाखों की रोक के बाद बिक्री बहुत ही कम हो गई है. जिससे क्षेत्र में पटाखा कारोबार का दायरा काफी सिकुड़ गया है.
एसडीएम अजय कुमार राय ने बताया कि सुरक्षा मानकों को परखने को लेकर पटाखे की दुकानों का निरीक्षण किया गया. सभी दुकानों में सुरक्षा के मानक और लाइसेंस पूर्ण मिले हैं. साथ ही दुकानदारों को सुरक्षा को लेकर जागरूक किया गया. आने वाले त्योहार में पटाखा कारोबार को लेकर प्रशासन सजग है. दुकानों का भौतिक सत्यापन कर सुरक्षा मानकों का जायजा लिया गया है.