कानपुर: एक ओर जहां वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद का मामला चर्चा में है, वहीं अन्य शहरों में भी अब मंदिरों का विवाद शुरू हो गया है. कानपुर में मुस्लिम क्षेत्रों-चमनगंज, बेकनगंज समेत अन्य इलाकों में तो मन्दिरों पर कब्जे हैं ही. इनके साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में भी प्राचीन मंदिरों पर कब्जे की बात सामने आई है. कुछ दिनों पहले शहर की महापौर प्रमिला पांडेय ने मुस्लिम क्षेत्रों में अधीनस्थ अफसरों संग निरीक्षण करके कई ऐसे मंदिरों को देखा था,जिन पर कब्जे के बाद स्वीट हाउस और होटल बन गए. इससे महापौर ने नगर-निगम अफसरों की बैठक बुला ली.
जैसे ही महापौर ने अफसरों से ऐसे मंदिरों की सूची मांगी जिन पर कब्जे हैं. तो अफसरों ने सारे उन मंदिरों की लिस्ट सामने रख दी जो नामचीन हैं और वहां लोग अक्सर आते-जाते रहते हैं. इस पर महापौर ने अफसरों को जमकर फटकारा और कहा कि अब उन मंदिरों की सूची बनाकर दें. जो आज़ादी के दौर से बने हैं. अफसरों ने मंदिरों की लिस्ट बनाने के लिए महापौर से एक हफ्ते का समय मांगा है.
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मुस्लिम क्षेत्रों में 124 मन्दिरों पर कब्जा: महापौर प्रमिला पांडेय ने दावा किया है, कि मुस्लिम क्षेत्रों में 124 मंदिर ऐसे हैं जिन पर कब्जे हैं. अफसरों ने उन्हें बताया है कि पूरे शहर में कुल 196 ऐसे मंदिर हैं जिन पर अवैध कब्जे हैं. पूरे मामले पर मेयर प्रमिला पांडेय ने बताया कि नगर आयुक्त अभी विदेश गए हुए हैं. करीब एक हफ्ते बाद वो वापस आ जाएंगे. फिर नगर निगम की ओर से मंदिरों को कब्जामुक्त करने का अभियान शुरू होगा.
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