गोरखपुर: देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का 28 अगस्त को यहां आ रहे हैं. उनके आगमन को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं. उनके दो कार्यक्रमों में शामिल होने की वजह से जिला प्रशासन हो या फिर आयोजक मंडल पूरी शिद्दत के साथ तैयारियों में जुटा है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बुलावे पर गोरखपुर आने वाले हैं. वो यहां प्रदेश के पहले आयुष विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे. इसके अलावा वो निजी विश्वविद्यालय के रूप में स्थापित गुरु गोरक्षनाथ विश्वविद्यालय का लोकार्पण भी करेंगे.
रामनाथ कोविंद दूसरी बार गोरखपुर आएंगे. इसके पहले वह वर्ष 2018 में पीठ की तरफ से संचालित महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के संस्थापक सप्ताह समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए थे. गोरखपुर में सबसे पहले पहुंचने वाले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद थे. वो वर्ष 1955 में गोरखपुर आए थे. वो रेलगाड़ी से गोरखपुर पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने मोकामा और आसपास के क्षेत्रों का निरीक्षण किया था.
इसके बाद उन्होंने गोरखनाथ मंदिर जाकर दर्शन भी किया था. उनके तत्कालीन पीठाधीश्वर महंत दिग्विजय नाथ से काफी निकट के संबंध थे. गोरखपुर में आने वाले दूसरे राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन थे. वह भी महंत दिग्विजय नाथ से अपनी निकटता की वजह से यहां पहुंचे थे.
मिसाइल मैन के नाम से मशहूर महान वैज्ञानिक डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम गोरखपुर पहुंचने वाले तीसरे राष्ट्रपति थे. वो गोरखपुर में पंडित दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में हुए छात्रों के कार्यक्रम में आये थे. वो 11 अगस्त 2003 के गोरखपुर पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने छात्रों से खुलकर बातचीत की थी और फोटो सेशन भी कराया था.
इसके साथ ही महान संत कबीर दास की समाधि स्थल मगहर जाकर, उन्होंने कबीर को श्रद्धा सुमन अर्पित किया था. 10 फरवरी 2011 को एक बार फिर डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का आगमन गोरखपुर में हुआ था. वह गोरखपुर में सेंट जोसेफ स्कूल में बच्चों के कार्यक्रम में शामिल हुए थे. उन्होंने बच्चों के मन की बातों को सुना और उनके सवालों के जवाब दिए थे.
गोरखपुर पहुंचने वाली चौथी राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल थीं. वह एयरफोर्स के एक कार्यक्रम में शामिल हुई थीं. 24 मार्च 2009 को हुए हुए इस कार्यक्रम में उन्होंने 105 हेलीकॉप्टर यूनिट और स्कवाड्रन को प्रेसीडेंशियल स्टेट अवार्ड से सम्मानित किया था. कलाम साहब और प्रतिभा देवी पाटिल गोरखनाथ मंदिर नहीं पहुंचे थे.
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प्रतिभा देवी पाटिल का कार्यक्रम बनने के बाद रद्द भी हो गया था लेकिन डॉ. राजेंद्र प्रसाद, डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन और रामनाथ कोविंद गोरखनाथ मंदिर पहुंचने वाले राष्ट्रपतियों में शामिल हैं. ब्रह्मलीन महंत और योगी आदित्यनाथ के गुरु महंत अवेद्यनाथ के जीवन पर आधारित ग्रंथ में यह यादें रिकॉर्ड के तौर पर मौजूद हैं.