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सरेआम झूठ बोलते हैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री: चंद्रशेखर आजाद - chandrashekhar azad

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री सरेआम झूठ बोलते हैं. यह बात अलीगढ़ में आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्र शेखर आजाद ने कही. उन्होंने हाथरस कांड को लेकर अलीगढ़ में कमिश्नर से मुलाकात की.

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Published : Sep 24, 2021, 6:45 PM IST

अलीगढ़: आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद शुक्रवार अलीगढ़ में भी कमिश्नर कार्यालय पर पहुंचे. बहन-बेटियों पर हुए अत्याचार को लेकर उन्होंने कमिश्नर गौरव दयाल से बात की. उनके साथ में बड़ी संख्या में समर्थक भी मौजूद रहे. इस दौरान उन्होंने कहा कि हाथरस में दलित परिवार डर के साये में जी रहा है. परिवार को लगता है कि सुरक्षा हटेगी तो उनकी हत्या हो सकती है.

ईटीवी की टीम से बात करते आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद

पीड़ित दलित परिवार के गांव में सड़क भी नहीं बनी थी, जो रातोंरात प्रशासन ने बनवाई. वहीं गांव से कूड़ा हटाने को लेकर जिला प्रशासन ने एक हफ्ते का समय मांगा है. हाथरस मामले में मुख्यमंत्री ने घोषणा की थी कि एक सरकारी आवास और नौकरी देंगे. लेकिन अभी तक वायदा पूरा नहीं किया गया है. परिवार के लोगों को धमकियां भी मिल रही है.


चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि हमने घर जाकर पता लगा कि सरकार ने अभी तक पीड़ित परिवार को कोई नौकरी नहीं दी है. अलीगढ़ मंडल के कमिश्नर और डीआईजी ने आश्वासन दिया है कि एक हफ्ते के अंदर हाथरस के पीड़ित परिवार को नौकरी और आवास दिलाने का काम करेंगे. उन्होंने कहा कि हम जनता से जुड़े लोग हैं और पीड़ित परिवार के लिए आवाज उठा रहे हैं. प्रशासन के आश्वासन पर ही हम आगे बढ़ रहे हैं. प्रशासन का यह आश्वासन धोखा न हो. अलीगढ़ कमिश्नर ने सात दिन मांगे हैं लेकिन हम 10 दिन देते हैं. अगर हमारी मांगे पूरी नहीं होगी तो कमिश्नर कार्यालय पर ही धरना दिया जाएगा.


चंद्रशेखर ने कहा कि सरकार दलित समाज के लोगों को कीड़ा-मकोड़ा समझती है. अगर इंसान समझती तो जो वायदे किए थे. वह पूरा करती. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश को एक ऐसा मुख्यमंत्री मिला है. जो आंख में आंख मिलाकर झूठ बोलता है. योगी सरकार मैनेजमेंट और झूठ पर ही टिकी हुई है. उन्होंने झूठ बोलकर दलित समाज का मजाक उड़ाया है और दलित समाज 2022 के विधानसभा चुनाव में इसका जवाब देगा.

2022 चुनाव में दलित समाज यह तय करेगा कि मुख्यमंत्री को कहां रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि एससी-एसटी एक्ट में जो मुआवजा पीड़ित को मिलता है. वह नहीं दिया गया. जिला प्रशासन कह रहा हैं कि बजट नहीं है. उन्होंने कहा कि दलित समाज के पीड़ित परिवार को अगले 4 दिन में मुआवजा देने की बात कही गयी है. अगर बात नहीं मानी गई तो आजाद समाज पार्टी और भीम आर्मी के लोग सड़क पर उतर कर आंदोलन करेंगे.

ये भी पढ़ें- महंत नरेंद्र गिरि की मौत के मामले में CBI ने दर्ज किया मुकदमा, इन 12 बिन्दुओं पर करेगी जांच


उन्होंने बताया कि 2022 में चुनावी गठबंधन पर अभी कोई रणनीति नहीं बनी है. लेकिन भीम आर्मी का एक-एक वर्कर 2022 में भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से बेदखल करने और बहुजन समाज को ताकतवर बनाएगा. उन्होंने ओवैसी से मुलाकात को लेकर कहा कि यूपी में भाजपा को कैसे रोकना है. इस पर चर्चा हुई है. इस तरह की चर्चा अन्य पार्टियों से भी हो रही है. अगर किसी से हमारा गठबंधन होगा तो जल्द ही बताया जाएगा. उन्होंने कहा कि जहां पीड़ितों को न्याय नहीं मिलेगा. वहां महापंचायत की जाएगी.

अलीगढ़: आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद शुक्रवार अलीगढ़ में भी कमिश्नर कार्यालय पर पहुंचे. बहन-बेटियों पर हुए अत्याचार को लेकर उन्होंने कमिश्नर गौरव दयाल से बात की. उनके साथ में बड़ी संख्या में समर्थक भी मौजूद रहे. इस दौरान उन्होंने कहा कि हाथरस में दलित परिवार डर के साये में जी रहा है. परिवार को लगता है कि सुरक्षा हटेगी तो उनकी हत्या हो सकती है.

ईटीवी की टीम से बात करते आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद

पीड़ित दलित परिवार के गांव में सड़क भी नहीं बनी थी, जो रातोंरात प्रशासन ने बनवाई. वहीं गांव से कूड़ा हटाने को लेकर जिला प्रशासन ने एक हफ्ते का समय मांगा है. हाथरस मामले में मुख्यमंत्री ने घोषणा की थी कि एक सरकारी आवास और नौकरी देंगे. लेकिन अभी तक वायदा पूरा नहीं किया गया है. परिवार के लोगों को धमकियां भी मिल रही है.


चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि हमने घर जाकर पता लगा कि सरकार ने अभी तक पीड़ित परिवार को कोई नौकरी नहीं दी है. अलीगढ़ मंडल के कमिश्नर और डीआईजी ने आश्वासन दिया है कि एक हफ्ते के अंदर हाथरस के पीड़ित परिवार को नौकरी और आवास दिलाने का काम करेंगे. उन्होंने कहा कि हम जनता से जुड़े लोग हैं और पीड़ित परिवार के लिए आवाज उठा रहे हैं. प्रशासन के आश्वासन पर ही हम आगे बढ़ रहे हैं. प्रशासन का यह आश्वासन धोखा न हो. अलीगढ़ कमिश्नर ने सात दिन मांगे हैं लेकिन हम 10 दिन देते हैं. अगर हमारी मांगे पूरी नहीं होगी तो कमिश्नर कार्यालय पर ही धरना दिया जाएगा.


चंद्रशेखर ने कहा कि सरकार दलित समाज के लोगों को कीड़ा-मकोड़ा समझती है. अगर इंसान समझती तो जो वायदे किए थे. वह पूरा करती. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश को एक ऐसा मुख्यमंत्री मिला है. जो आंख में आंख मिलाकर झूठ बोलता है. योगी सरकार मैनेजमेंट और झूठ पर ही टिकी हुई है. उन्होंने झूठ बोलकर दलित समाज का मजाक उड़ाया है और दलित समाज 2022 के विधानसभा चुनाव में इसका जवाब देगा.

2022 चुनाव में दलित समाज यह तय करेगा कि मुख्यमंत्री को कहां रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि एससी-एसटी एक्ट में जो मुआवजा पीड़ित को मिलता है. वह नहीं दिया गया. जिला प्रशासन कह रहा हैं कि बजट नहीं है. उन्होंने कहा कि दलित समाज के पीड़ित परिवार को अगले 4 दिन में मुआवजा देने की बात कही गयी है. अगर बात नहीं मानी गई तो आजाद समाज पार्टी और भीम आर्मी के लोग सड़क पर उतर कर आंदोलन करेंगे.

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उन्होंने बताया कि 2022 में चुनावी गठबंधन पर अभी कोई रणनीति नहीं बनी है. लेकिन भीम आर्मी का एक-एक वर्कर 2022 में भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से बेदखल करने और बहुजन समाज को ताकतवर बनाएगा. उन्होंने ओवैसी से मुलाकात को लेकर कहा कि यूपी में भाजपा को कैसे रोकना है. इस पर चर्चा हुई है. इस तरह की चर्चा अन्य पार्टियों से भी हो रही है. अगर किसी से हमारा गठबंधन होगा तो जल्द ही बताया जाएगा. उन्होंने कहा कि जहां पीड़ितों को न्याय नहीं मिलेगा. वहां महापंचायत की जाएगी.

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