आगरा: राज्यपाल राम नाईक में पुलवामा हमले में शहीद जवानों को नमन करते हुए 28 वें ताज महोत्सव का आगाज किया. वही शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए मंच से दो मिनट का मौन रखने की अपील की गई तो सैकड़ों सिर शहीदों के सम्मान में झुक गए. वहीं राज्यपाल राम नाईक ने घोषणा की कि ताजमहल समिति की ओर से पुलवामा में शहीद हुए आगरा के लाल कौशल कुमार रावत के परिवार को पांच लाख रुपये की सहायता राशि भी दी जाएगी.
राज्यपाल राम नाईक ने ताज महोत्सव का उद्घाटन किया. इसके बाद ताज महोत्सव के मंच से विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां शुरू हुईं. इसी कड़ी में पहले पुलवामा में शहीदों की शहादत को याद करते हुए एक राष्ट्रीय गीत की प्रस्तुति भी की गई. इसके बाद उड़िया नृत्यांगना पदम श्री गीता मालविका ने अपनी प्रस्तुति दी. फिर प्रभु श्री राम की लीलाओं पर आधारित नृत्य नाटिका अवधपुरी से जनकपुरी तक का मंचन किया गया.
ताज महोत्सव 18 फरवरी से 27 फरवरी तक चलेगा. इस 10 दिवसीय ताज महोत्सव के दौरान 1800 से ज्यादा कलाकार अपनी रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुति देंगे. इसके साथ ही ताज महोत्सव में 330 से ज्यादा हस्तशिल्पी अपनी कलाओं का प्रदर्शन करने के लिए अलग-अलग जगह पर स्टॉल लगाए हुए हैं. ताज महोत्सव का उद्घाटन करने पहुंचे राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि उन्हें शहीद हुए जवानों का बहुत दुख है. पीड़ा या दुख केवल एक परिवार का नहीं है, बल्कि पूरे देश के सारे लोगों का है. पीएम मोदी ने भी चेतावनी दी है कि हम शहीदों को नहीं भूलेंगे और न ही भूलने देंगे. इसके साथ जिन्होंने यह काम किया है उन्हें भी नहीं छोड़ेंगे.
राज्यपाल राम नाईक ने मंच से कहा कि उत्तर प्रदेश के हर जनपद की अलग-अलग विशेषता है. अलीगढ़ का ताला, तो रामपुर का चाकू, तो बनारस साड़ी के लिए प्रसिद्ध है. वहीं आगरा ताज महल और पेठा के लिए प्रसिद्ध है. इस तरह के कार्यक्रम में सभी जनपदों के लोग यहां आते हैं. उन्होंने कहा कि ऐसा महोत्सव आगरा में प्रारंभ हो रहा है, जिससे आनंद आ जाता है. इसके साथ ही राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि आगरा का नाम आते ही ताज का नाम आता है और सब कुछ पूरा हो जाता है.