आगरा: राजस्थान और मध्य प्रदेश में हुई बारिश के चलते चंबल नदी का जलस्तर अब धीरे-धीरे बढ़ने लगा है. इसके चलते उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश राज्य के चंबल नदी किनारे बसे गांव के लोगों में खलबली मच गई है. कस्बा पिनाहट क्षेत्र के लोग भी चंबल नदी के लगातार बढ़ रहे जलस्तर से चिंतित हैं. फिलहाल स्थिति सामान्य है और खतरे की कोई आशंका नहीं है. क्षेत्रीय प्रशासन के अधिकारी कर्मचारी चंबल के जल स्तर पर सतर्कता के साथ पूरी निगाहें बनाए हुए हैं.
पिनाहट घाट पर चंबल नदी का जलस्तर गुरुवार को 115 मीटर से 118 मीटर तक पहुंच गया. नदी के जल स्तर के अभी और बढ़ने की संभावना जताई गई है. क्योंकि चंबल नदी में मध्य प्रदेश की पार्वती नदी का भी पानी भारी मात्रा में पहुंचता है. इसके चलते जलस्तर में और बढ़ोत्तरी हो सकती है. वहीं, राजस्थान के कोटा बैराज से फिलहाल पानी छोड़े जाने की कोई सूचना प्रशासनिक अधिकारियों को प्राप्त नहीं हुई है.
फिर भी प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट पर है. गुरुवार की शाम को बढ़ते चंबल के जलस्तर को देखने के लिए एसडीएम बाह पिनाहट चंबल नदी घाट पहुंचे और जल स्तर का जायजा लिया. पिछले वर्ष चंबल नदी में भारी बाढ़ का खतरा आया था. इसके चलते बाह तहसील क्षेत्र के कई गांव पानी से घिर गए थे. लोगों को गांव से बाहर आने जाने के लिए प्रशासन द्वारा मोटर बोट चलाई गई थी. साथ ही स्वास्थ्य व्यवस्था के साथ खाने पीने की व्यवस्था भी की गई थी. बाढ़ के कारण किसानों की फसलों का भारी नुकसान हुआ था. पिछले वर्ष की बाढ़ को देखते हुए प्रशासन चंबल के पानी पर अपनी निगाह बनाए हुए है.
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