सहारनपुर: विधानसभा क्षेत्र बेहट इलाके के डुडुपुर गांव के ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने का एलान किया है. इसके लिए ग्रामीणों ने बाकायदा गांव के बाहर लोकतंत्र का बहिष्कार का बैनर लगाकर नेताओं और अधिकारियों को गांव में प्रवेश नहीं करने पर प्रतिबंध लगाया है.
एक ओर लोकसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत बढ़ाने को लेकर जिला प्रशासन मतदाता जागरूक अभियान चला रहा है. वहीं दूसरी ओर डुडुपुर गांव के ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव का बहिष्कार कर जिला प्रशासन की मुश्किलें बढ़ा दी है. ग्रामीणों का कहना है कि उनके गांव में विकास कार्य तो दूर श्मशान घाट का भी निर्माण नहीं हुआ है, जिसके चलते गांवों में मृतकों के शव कई दिनों तक घरों में ही पड़े रहते है.
ग्रामीणों के अनुसार उनके गांव के चारों ओर बरसाती नदी है. जिसके कारण पूरा गांव मुलभूत सुविधाओं से वंचित है. चुनाव से समय सभी पार्टियों के नेता वोट मांगने तो आते है लेकिन चुनाव जीतने के बाद भूल जाते हैं. एक या दो बरस से नहीं बल्कि बरसों से सरकारी योजनाओं और विकास कार्यों की बाट जोह रहा है.
ग्रामीणों का कहना है कि गांव का संपर्क मार्ग इतना खराब है कि न तो यहां के बच्चे स्कूल जा पाते हैं और न ही समय पर चिकित्सा सुविधाएं मिल पाती हैं. जिसे लेकर ग्रामीणों में राजनेताओं के प्रति इतना रोष है कि उन्होंने मतदान का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है. अपनी बदहाली दुर्दुशा पर रो रहे इस गावं का दर्द अब कुछ इस तरह छलका की इस गावं के लोगों ने चुनाव बहिष्कार करने का निर्णय ही नहीं लिया बल्कि इस गावं में कोई नेता ना आए है ये भी लिख डाला.