आगरा: एप्लास्टिक एनिमिया के चलते चारपाई पर मौत से जूझ रही ललिता की सोमवार को जिंदगी की उम्मीद जगी है. मीडिया में किशोरी की बीमारी और परिवार की लाचारी की खबर सामने आई तो जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया.
ललिता को बेहतर उपचार के लिए लखनऊ भेजा गया है. परिवार को आश्वासन दिया गया है कि वहां पर ललिता का उपचार नि:शुल्क होगा. क्योंकि, ललिता और उसके परिवार ने आर्थिक तंगी के चलते सीएम योगी से इच्छा मृत्यु की गुहार लगाई थी.
- आगरा की ललिता एप्लास्टिक एनिमिया नाम की बीमारी से पीड़ित है.
- ललिता एत्मादपुर तहसील के गांव पुरा लोधी निवासी सुमेर सिंह की बेटी है.
- दो साल से सुमेर सिंह बेटी के इलाज में अपना सब कुछ लुटा चुका है.
- ललिता को चिकित्सकों ने बोनमैरो ट्रांसप्लांट कराने को कहा.
- जयपुर में उपचार कराया तो चिकित्सकों ने ट्रांसप्लांट के लिए 10 लाख रुपये का खर्चा बताया.
- पीड़िता ने ट्रांसप्लांट के लिए पीएम मोदी से मदद मांगी.
- मदद मांगने पर 3 लाख रुपये जयपुर के एसएमएस हॉस्पिटल में जमा करा दिया गया.
- बाकी की रकम इंतजाम न होने पर सुमेर सिंह बेटी को आगरा घर ले आए.
- मीडिया ने पीड़ित की आवाज मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री तक पहुंचाया.
- आगरा जिला प्रशासन इस मामले पर गंभीर नजर आया.
पहले दिन मुख्य चिकित्साधिकारी मुकेश वत्स ने हर संभव मदद का भरोसा दिया था. जिलाधिकारी आगरा एनजी रवि कुमार ने मामले पर एसएन मेडिकल कॉलेज भेजा. यहां से उसे सीएमओ ने एम्बुलेंस से लखनऊ एसजीपीजीआई हॉस्पिटल भेज दिया है. अब ललिता का उपचार लखनऊ में नि:शुल्क होगा.
सीएमओ और प्रशासन की इस मदद हम खुश और संतुष्ट हैं. मीडिया ने काफी मदद की. इससे अब बच्ची का इलाज हो सकेगा. दो दिन से सभी के फोन आए और मदद का भरोसा दिया गया. इस पूरी कार्रवाई में मीडिया का योगदान काफी अहम रहा.
-सुमेर सिंह, पीड़िता का पिता