ETV Bharat / briefs

गोण्डा में तीन सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों को बनाया जाएगा कोविड अस्पताल

गोण्डा में 3 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों को कोविड अस्पताल बनाने का फैसला लिया गया है. इन अस्पतालों में 50-50 बेडों की व्यवस्था की जाएगी. इसके साथ ही जिले में लगातार कालाबाजारी की खबरों को लेकर डीएम ने कार्रवाई के आदेश दिए हैं.

etv bharat
etv bharat
author img

By

Published : Apr 30, 2021, 5:19 PM IST

गोण्डा: जिले में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए जिला प्रशासन लगातार प्रयास कर रहा है. जिलाधिकारी मार्कण्डेय शाही ने बताया है कि जल्द ही जिले के तीन सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों इटियाथोक, मनकापुर तथा करनैलगंज को कोविड हास्पिटल के रूप में परिवर्तित किया जाएगा. तीनों सीएचसी पर 50-50 बेड की व्यवस्था कराई जाएगी. इसके साथ ही तीनों सीएचसी के कोविड हॉस्पिटल में ऑक्सीजन के छोटे सिलेंडर उपलब्ध कराए जाएंगे. जिलाधिकारी ने बताया कि जिला महिला चिकित्सालय में नया ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो जाने के बाद से कोविड संक्रमण से ग्रसित कोरोना पॉजिटिव महिला मरीजों को महिला अस्पताल में ही भर्ती कराया जाएगा. ताकि उन्हें आवश्यकता पड़ने पर आक्सीजन दी जा सके.

यह भी पढ़ें: युवक का पेड़ से लटकता मिला शव, परिजनों ने लगाए हत्या के आरोप

ऑक्सीजन प्लांट की होगी स्थापना

भविष्य में जिले में ऑक्सीजन की कोई कमी न हो इसके लिए जिलाधिकारी ने सभी माननीय विधायकों से उनके विधानसभा क्षेत्र के अन्तर्गत किसी एक सीएचसी पर ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाने का प्रस्ताव मांगा है. जिलाधिकारी ने बताया कि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक-एक ऑक्सीजन प्लांट लगेगा. प्रत्येक प्लांट की लागत साढ़े 22 लाख रुपये होगी. उन्होंने बताया कि नए ऑक्सीजन प्लांट वाले सीएचसी पर ऑक्सीजन की आवश्यकता वाले कोविड और नाॅन कोविड दोनों तरह के मरीजों को भर्ती किया जाएगा. जिलाधिकारी ने कहा कि 15 दिनों में ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना कराने का पूरा प्रयास किया जाएगा.

कालाबाजारी पर लगेगी लगाम

गुरुवार देर रात कोरोना को लेकर समीक्षा बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने पल्स ऑक्सीमीटर, इन्फ्रारेड थर्मामीटर, भाप की मशीन तथा अन्य जरूरी उपकरणों की कुछ दुकानदारों द्वारा कालाबाजारी किए जाने की शिकायत का संज्ञान लिया. उन्होंने तत्काल प्रभाव से अभिसूचना इकाई को सक्रिय कर अगले दो दिन के अन्दर इनपुट मांगा है. जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया है कि शिकायत सही पाए जाने पर सम्बन्धित दुकानदार के विरूद्ध महामारी अधिनियम की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाएगा. साथ ही उसकी दुकान सीज कराने के साथ-साथ एनएसए की कार्रवाई की जाएगी. जनसामान्य को सभी मेडिकल वस्तुएं और दवाइयां सही मूल्य पर मिल सकें, इसके लिए एसडीएम आत्रेय मिश्रा को जिलाधिकारी ने औषधि निरीक्षण मजिस्ट्रेट नियुक्त कर सख्त निर्देश जारी किए हैं. जिलाधिकारी ने कहा है कि जल्द ही ओवर रेटिंग करने वाले दुकानदारों के विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी.

गोण्डा: जिले में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए जिला प्रशासन लगातार प्रयास कर रहा है. जिलाधिकारी मार्कण्डेय शाही ने बताया है कि जल्द ही जिले के तीन सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों इटियाथोक, मनकापुर तथा करनैलगंज को कोविड हास्पिटल के रूप में परिवर्तित किया जाएगा. तीनों सीएचसी पर 50-50 बेड की व्यवस्था कराई जाएगी. इसके साथ ही तीनों सीएचसी के कोविड हॉस्पिटल में ऑक्सीजन के छोटे सिलेंडर उपलब्ध कराए जाएंगे. जिलाधिकारी ने बताया कि जिला महिला चिकित्सालय में नया ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो जाने के बाद से कोविड संक्रमण से ग्रसित कोरोना पॉजिटिव महिला मरीजों को महिला अस्पताल में ही भर्ती कराया जाएगा. ताकि उन्हें आवश्यकता पड़ने पर आक्सीजन दी जा सके.

यह भी पढ़ें: युवक का पेड़ से लटकता मिला शव, परिजनों ने लगाए हत्या के आरोप

ऑक्सीजन प्लांट की होगी स्थापना

भविष्य में जिले में ऑक्सीजन की कोई कमी न हो इसके लिए जिलाधिकारी ने सभी माननीय विधायकों से उनके विधानसभा क्षेत्र के अन्तर्गत किसी एक सीएचसी पर ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाने का प्रस्ताव मांगा है. जिलाधिकारी ने बताया कि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक-एक ऑक्सीजन प्लांट लगेगा. प्रत्येक प्लांट की लागत साढ़े 22 लाख रुपये होगी. उन्होंने बताया कि नए ऑक्सीजन प्लांट वाले सीएचसी पर ऑक्सीजन की आवश्यकता वाले कोविड और नाॅन कोविड दोनों तरह के मरीजों को भर्ती किया जाएगा. जिलाधिकारी ने कहा कि 15 दिनों में ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना कराने का पूरा प्रयास किया जाएगा.

कालाबाजारी पर लगेगी लगाम

गुरुवार देर रात कोरोना को लेकर समीक्षा बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने पल्स ऑक्सीमीटर, इन्फ्रारेड थर्मामीटर, भाप की मशीन तथा अन्य जरूरी उपकरणों की कुछ दुकानदारों द्वारा कालाबाजारी किए जाने की शिकायत का संज्ञान लिया. उन्होंने तत्काल प्रभाव से अभिसूचना इकाई को सक्रिय कर अगले दो दिन के अन्दर इनपुट मांगा है. जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया है कि शिकायत सही पाए जाने पर सम्बन्धित दुकानदार के विरूद्ध महामारी अधिनियम की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाएगा. साथ ही उसकी दुकान सीज कराने के साथ-साथ एनएसए की कार्रवाई की जाएगी. जनसामान्य को सभी मेडिकल वस्तुएं और दवाइयां सही मूल्य पर मिल सकें, इसके लिए एसडीएम आत्रेय मिश्रा को जिलाधिकारी ने औषधि निरीक्षण मजिस्ट्रेट नियुक्त कर सख्त निर्देश जारी किए हैं. जिलाधिकारी ने कहा है कि जल्द ही ओवर रेटिंग करने वाले दुकानदारों के विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.